महाकुंभ में लापता तीन बच्चों को चाइल्ड हेल्पलाइन ने रेस्क्यू कर परिवार से मिलवाया
(ब्यूरो चीफ अभय कुमार सिंह)
प्रतापगढ़: महाकुंभ 2025 के दौरान स्नान के लिए गई एक मां के तीन बच्चे लापता हो गए थे, जिन्हें चाइल्ड हेल्पलाइन की तत्परता और प्रशासनिक सहयोग से सुरक्षित उनके परिवार से मिलवा दिया गया।
जानकारी के अनुसार, दादूपुर सिंह, प्रतापगढ़ निवासी जमुना प्रसाद की पत्नी अपने तीनों बच्चों के साथ 25 जनवरी 2025 को प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के लिए गई थीं। वहां 9 माह का बेटा राम जी और दो बेटियां राधा देवी व लक्ष्मी देवी अचानक भीड़ में लापता हो गए।
परिवार ने लगातार बच्चों की खोजबीन की, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में, 4 मार्च 2025 को प्रतापगढ़ चाइल्ड हेल्पलाइन को इस घटना की सूचना मिली।
मामले की गंभीरता को देखते हुए हेल्पलाइन टीम ने तुरंत प्रयागराज चाइल्ड हेल्पलाइन से संपर्क किया। जांच के दौरान पता चला कि तीनों बच्चों को एक भीख मांगने वाले समूह ने अगवा कर लिया था।
सौभाग्य से, 5 मार्च 2025 को जीआरपी (Government Railway Police) की सूचना पर प्रयागराज चाइल्ड हेल्पलाइन ने उन बच्चों को रेस्क्यू कर लिया।
इसके बाद, प्रतापगढ़ चाइल्ड हेल्पलाइन ने बच्चों की पहचान के लिए जमुना प्रसाद द्वारा भेजी गई पारिवारिक तस्वीरों का मिलान किया, जिससे पुष्टि हुई कि ये बच्चे उन्हीं के हैं।
7 मार्च को, जमुना प्रसाद को आवश्यक दस्तावेजों के साथ प्रयागराज चाइल्ड हेल्पलाइन कार्यालय भेजा गया, जहां बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार बच्चों को उनके पिता के सुपुर्द कर दिया गया।
बच्चों को सकुशल वापस पाकर जमुना प्रसाद ने गहरी राहत महसूस की और 8 मार्च को प्रतापगढ़ चाइल्ड हेल्पलाइन टीम के पास आकर अपनी खुशी जाहिर की।
उन्होंने पूरी टीम को धन्यवाद दिया, जिनकी तत्परता से उनके बच्चे सुरक्षित लौट आए।
इस पूरे मामले में प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर ऋचा ओझा, सुपरवाइजर अभय राज यादव और रीना यादव का विशेष योगदान रहा। उनकी सराहनीय भूमिका से एक परिवार फिर से एकजुट हो पाया।
चाइल्ड हेल्पलाइन की यह सफलता एक उदाहरण है कि समय पर की गई कार्रवाई कैसे किसी परिवार की खुशियां लौटाने में अहम भूमिका निभा सकती है।
0 टिप्पणियाँ