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लोकपाल ने ग्राम प्रधान व सचिव से ग्राम में संचालित योजनाओं पर बात की |
फर्जी शिकायत का खुलासा: लोकपाल की सक्रियता से सामने आई सच्चाई
ब्यूरो रिपोर्ट: सुनील कुमार त्रिपाठी, प्रतापगढ़
प्रतापगढ़: मनरेगा योजना की निगरानी कर रहे लोकपाल समाज शेखर की तत्परता से एक फर्जी शिकायत का खुलासा हुआ है।
सदर तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत चकवनतोड़ से पंजीकृत डाक द्वारा प्राप्त शिकायत की जांच में पता चला कि शिकायती पत्र में उल्लेखित व्यक्ति सुरेश कुमार ओझा नाम का कोई व्यक्ति ग्राम में मौजूद नहीं है।
जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि ग्राम में वास्तव में सुरेश चंद्र ओझा नामक व्यक्ति रहते हैं, जिनसे संवाद करने पर यह पुष्टि हुई कि पत्र फर्जी है। लोकपाल समाज शेखर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए ग्राम प्रधान शिव बहादुर यादव तथा सुरेश चंद्र ओझा से संवाद कर उनका पक्ष सुना।
जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने के बावजूद लोकपाल ने इसे ग्रामीणों से संवाद का अवसर मानते हुए खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) को निर्देशित किया कि ग्राम में जन चौपाल का आयोजन किया जाए, जिससे आम जनमानस की समस्याओं को सीधे सुना जा सके और उन्हें कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा सके।
जन सुनवाई के दौरान लोकपाल ने ग्राम प्रधान व सचिव से ग्राम में संचालित योजनाओं की प्रगति पर चर्चा करते हुए उन्हें निष्ठा व पारदर्शिता से कार्य करने की नसीहत दी।
साथ ही उन्होंने बीडीओ को निर्देश दिया कि चौपाल की तिथि से लोकपाल कार्यालय को अवगत कराया जाए ताकि वे स्वयं उस आयोजन में प्रतिभाग कर सकें।
इस मौके पर अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी विनोद सिंह एवं ब्लॉक तकनीकी सहायक हरिकेश मौर्य भी उपस्थित रहे।
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