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Mock Drill: देशभर में मॉक ड्रिल से पहले जानें क्या करें और क्या न करें

Before the Nationwide Mock Drill Know What to Do and What Not to Do

Mock Drill: देशभर में मॉक ड्रिल से पहले जानें क्या करें और क्या न करें

ब्यूरो रिपोर्ट

लखनऊ, 7 मई 2025: देशभर में आपदा प्रबंधन को मजबूत करने के लिए एक व्यापक मॉकड्रिल और ब्लैकआउट (बिजली बंद) की तैयारी शुरू हो चुकी है। इस अभ्यास के दौरान शाम को लगभग 7:00PM पर एयर रेड सायरन, ब्लैकआउट (बिजली बंद) और अन्य आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने की तैयारी का परीक्षण किया जाएगा।

क्या होता है Mock Drill और Blackout?

मॉक ड्रिल (Mock Drill): यह एक तरह का पूर्वाभ्यास होता है, जो किसी आपात स्थिति (Emergency) से निपटने के लिए किया जाता है। यह एक नकली अभ्यास होता है, जिसमें मान लिया जाता है कि कोई बड़ी घटना (जैसे भूकंप, आग, युद्ध या आतंकी हमला) हो गई है, और फिर यह देखा जाता है कि आम जनता, प्रशासन, पुलिस, सेना, अस्पताल आदि कैसे और कितनी जल्दी प्रतिक्रिया देते हैं।

मॉक ड्रिल के उद्देश्य

  • लोगों को सतर्क बनाना
  • जिम्मेदार एजेंसियों की तैयारी की जांच करना
  • असली आपदा के समय होने वाली गड़बड़ियों को पहले ही पहचानना
  • लोगों को सुरक्षित रहने के तरीके सिखाना
ब्लैकआउट (Blackout): ब्लैकआउट का मतलब होता है पूरी तरह से रोशनी बंद कर देना। यह आमतौर पर युद्ध जैसी परिस्थितियों या हवाई हमले के खतरे के समय किया जाता है, ताकि दुश्मन को नीचे से कोई निशाना न दिखे।

ब्लैकआउट में क्या होता है

  • घरों, दुकानों, वाहनों की सभी लाइटें बंद कर दी जाती हैं
  • मोबाइल की फ्लैशलाइट या मोमबत्तियाँ भी नहीं जलाई जातीं
  • पर्दे बंद कर दिए जाते हैं ताकि कोई रोशनी बाहर न दिखे
  • सड़कों पर वाहन नहीं चलते या उनकी लाइट बंद कर दी जाती है

क्यों जरूरी होता है ब्लैकआउट

  • दुश्मन के हवाई जहाज या ड्रोन को शहर का निशाना न मिले
  • सुरक्षा बलों को छुप कर काम करने में सुविधा मिले
  • आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके

प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देश

क्या करें

  • घर, दुकान, वाहन आदि की सभी लाइटें और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तुरंत बंद करें।
  • पर्दे और दरवाजे बंद रखें ताकि रोशनी बाहर न दिखे।
  • वाहन चला रहे हों तो किनारे लगाकर बंद कर दें और हेडलाइट व इंडिकेटर भी बंद रखें।
  • सभी परिजनों को एक सुरक्षित स्थान पर रखें, विशेषकर बच्चों, बुज़ुर्गों और दिव्यांगों को।
  • रेडियो, मोबाइल या अन्य माध्यम से सरकारी निर्देश सुनते रहें।
  • जरूरत की दवाइयाँ, टॉर्च और जरूरी सामान पहले से तैयार रखें।

क्या न करें

  • किसी भी प्रकार की रोशनी न जलाएं - जैसे मोमबत्ती, टॉर्च, लाइटर आदि।
  • सड़कों पर न निकलें और शोरगुल न करें।
  • अफवाहें या भ्रामक जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर न करें।
  • बिना जरूरत के फोन कॉल न करें - आपातकालीन सेवाओं की लाइनें व्यस्त हो सकती हैं।
  • किसी भी संदिग्ध वस्तु को न छुएं और न उठाएं।
  • सरकारी आदेशों की अनदेखी न करें।

आपकी सतर्कता ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा

NDMA ने कहा कि यह मॉक ड्रिल आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने और आम जनता को जागरूक करने के लिए आयोजित की जा रही है। लोगों से अपील की गई है कि वे इस अभ्यास में सक्रिय रूप से भाग लें और आपातकालीन स्थिति में सही कदम उठाएं।

यह अभ्यास न केवल सरकारी तंत्र की तैयारियों को जांचेगा, बल्कि आम नागरिकों को भी आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित करेगा। आपकी सतर्कता ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है, इसलिए इस मॉक ड्रिल में पूरे मन से भाग लें।

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