राजर्षि टंडन विश्वविद्यालय की B.Ed Entrance Exam 30 जून को, 12 केंद्रों पर 4554 अभ्यर्थी होंगे शामिल
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय (UPRTOU), प्रयागराज द्वारा शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए बीएड और बीएड स्पेशल एजुकेशन पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा 30 जून 2025 को आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक प्रदेश के 10 प्रमुख जिलों में स्थापित 12 परीक्षा केंद्रों पर होगी। कुल 4554 अभ्यर्थी इस परीक्षा में हिस्सा लेंगे।
तैयारियां पूरी, निगरानी की व्यवस्था
परीक्षा आयोजन समिति के समन्वयक प्रो. पी.के. स्टालिन ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कुलपति प्रो. सत्यकाम के मार्गदर्शन में सभी केंद्रों पर पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है। कोर कमेटी के सदस्य भी मौजूद रहेंगे ताकि परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी और अनुशासित रहे। अनुभवी प्राध्यापकों की देखरेख में परीक्षा का संचालन होगा, जिससे निष्पक्षता और शुचिता बनी रहे।
इन जिलों में होंगे केंद्र
अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए आगरा, अयोध्या, बरेली, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, वाराणसी और प्रयागराज में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। प्रयागराज में यमुना परिसर का त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र और सरस्वती परिसर का केंद्रीय पुस्तकालय परीक्षा केंद्र होंगे।
हेल्प डेस्क की सुविधा
जनसंपर्क अधिकारी डॉ. प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि किसी भी समस्या के समाधान के लिए विश्वविद्यालय में हेल्प डेस्क स्थापित की गई है। समिति के सदस्य इस डेस्क पर तैनात रहेंगे ताकि सभी केंद्रों से संबंधित समस्याओं का त्वरित निदान हो सके।
प्रवेश पत्र डाउनलोड अनिवार्य
अभ्यर्थियों को विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट से प्रवेश पत्र डाउनलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। बिना वैध प्रवेश पत्र के किसी को भी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी।
निष्पक्ष परीक्षा के लिए प्रतिबद्ध
UPRTOU हर वर्ष दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करता है। इस वर्ष भी विश्वविद्यालय पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ परीक्षा संपन्न कराने के लिए कटिबद्ध है।
यह प्रवेश परीक्षा शिक्षक बनने का सपना देखने वाले युवाओं के लिए महत्वपूर्ण अवसर है। बीएड और बीएड स्पेशल एजुकेशन पाठ्यक्रमों के माध्यम से अभ्यर्थी शैक्षिक क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। विश्वविद्यालय की यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और समावेशिता को बढ़ावा देगी।
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