Outrage Over the Murder of Journalist Raghvendra Bajpai: कुंडा में पत्रकारों ने सौंपा ज्ञापन, कठोर कार्रवाई की उठी मांग
(प्रतापगढ़ ब्यूरो सुनील त्रिपाठी )
कुंडा, प्रतापगढ़: सीतापुर जिले में पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी की निर्मम हत्या को लेकर पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है। बुधवार को भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की कुंडा तहसील इकाई ने इस नृशंस हत्या के विरोध में एकजुट होकर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम कुंडा को सौंपा।
ज्ञापन सौंपने के दौरान महासंघ के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव मथुरा प्रसाद धुरिया की उपस्थिति में कुंडा इकाई के अध्यक्ष रूपेंद्र शुक्ला के नेतृत्व में पत्रकारों ने दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की मांग की।
ज्ञापन में हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी, मामले की उच्चस्तरीय जांच और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग प्रमुख रूप से उठाई गई।
लोकतंत्र पर हमला, निष्पक्ष जांच की मांग
पत्रकारों ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताते हुए सरकार से पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया।
महासंघ के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव मथुरा प्रसाद धुरिया ने कहा, "पत्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं, लेकिन जिस तरह से लगातार पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं, यह बेहद चिंताजनक है। सरकार को पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाने होंगे।"
उन्होंने इस हत्याकांड की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग करते हुए कहा कि निष्पक्ष जांच से ही सच्चाई सामने आएगी और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से अपील की कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
एसडीएम ने दिया आश्वासन, पत्रकारों ने दी श्रद्धांजलि
एसडीएम कुंडा ने पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि उनका ज्ञापन मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा और उचित कार्रवाई के लिए इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
इस मौके पर उपस्थित पत्रकारों और महासंघ के पदाधिकारियों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मौजूद रहे पत्रकार व पदाधिकारी
इस प्रदर्शन और ज्ञापन कार्यक्रम में प्रमुख रूप से रविंद्र दुबे, गौरव मिश्रा, महासचिव अरशद खान, रामभरोस मिश्रा, जफर सिद्दीकी, अब्दुल हाशिम, रविकांत तिवारी, बबलू सरोज, शरिक अली, शंकर लाल, अजय यादव, सुशील पटेल सहित कई वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी मौजूद रहे।
पत्रकारों की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना के बाद एक बार फिर से पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर सरकार जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाती है, तो पत्रकार समुदाय उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
पत्रकारों की इस एकजुटता और विरोध प्रदर्शन से यह साफ हो गया है कि वे अपने साथी के लिए न्याय की मांग को लेकर किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। अब देखना यह होगा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है और दोषियों को कब तक सजा दिलाई जाती है।
0 टिप्पणियाँ