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Uttar Pradesh's 108 and 102 ambulance services become a lifeline for the people |
उत्तर प्रदेश की 108 और 102 एंबुलेंस सेवा बनी लोगों की जीवन रेखा
(ब्यूरो चीफ अभय कुमार सिंह )
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और आम जनता को समय पर चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा शुरू की गई 108 व 102 एंबुलेंस सेवा आज भी प्रदेश की जीवन रेखा बनी हुई है।
80 लाख से अधिक लोगों को मिला जीवनरक्षक लाभ
देश की सबसे बड़ी सरकारी एंबुलेंस योजना के रूप में पहचान बना चुकी यह सेवा अब तक 80 लाख से अधिक लोगों को समय पर चिकित्सा सहायता प्रदान कर चुकी है।
यह योजना खासतौर पर गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं और आपातकालीन चिकित्सा स्थिति में फंसे लोगों के लिए वरदान साबित हुई है।
कैसे काम करती है सेवा?
- 108 एंबुलेंस: सड़क दुर्घटनाओं, हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक जैसी आपातकालीन स्थितियों में तुरंत सहायता के लिए।
- 102 एंबुलेंस: गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को अस्पताल तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए।
योजना के प्रभाव
- लाखों गरीब और जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क चिकित्सा सेवा।
- ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में मदद।
- सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को गोल्डन ऑवर" के भीतर चिकित्सा सहायता मिलना सुनिश्चित।
इस योजना की सफलता को देखते हुए सरकार द्वारा इसमें और सुधार और विस्तार की संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं। 108 और 102 एंबुलेंस सेवा उत्तर प्रदेश की जनता के लिए एक वरदान बनी हुई है और यह आगे भी लोगों की जान बचाने में अपनी अहम भूमिका निभाती रहेगी।
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