Ticker

6/recent/ticker-posts

Biswan Sitapur: पहलगाम के शहीदों की याद में भावपूर्ण कैंडल मार्च

Heartfelt Candle March Held in Biswan, Sitapur in Memory of Pahalgam Martyrs
Biswan Sitapur: पहलगाम के शहीदों की याद में भावपूर्ण कैंडल मार्च

Biswan Sitapur: पहलगाम के शहीदों की याद में भावपूर्ण कैंडल मार्च

(ब्यूरो रिपोर्ट: सत्यकाम श्रीवास्तव)

सीतापुर जिले के बिसवां तहसील के अंतर्गत सदरपुर थाना क्षेत्र के जहांगीराबाद कस्बे में पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले के विरोध में एक मार्मिक कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। 

इस हमले में शहीद हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि देने और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए देर शाम कस्बे के सैकड़ों नागरिक सड़कों पर उतरे। जहांगीराबाद के साथ-साथ आसपास के गांवों के लोग भी इस आयोजन में शामिल हुए, जिससे यह मार्च एकता और संवेदना का प्रबल प्रतीक बन गया।

कैंडल मार्च में शिव कमेटी जहांगीराबाद के पदाधिकारियों और सदस्यों ने अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष, हिंदू शेर सेना और विभिन्न हिंदू सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। 

हाथों में जलती मोमबत्तियां और दिलों में शहीदों के प्रति सम्मान लिए यह मार्च कस्बे की प्रमुख गलियों और बाजारों से होकर गुजरा। शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित यह मार्च कस्बे के मुख्य चौराहे पर स्थित शिव मंदिर के सामने समाप्त हुआ।

शिव मंदिर के सामने एकत्रित लोग शहीदों के बलिदान को याद कर भावुक हो उठे। सभी ने एक स्वर में शहीदों को नमन किया और उनके सम्मान में श्रद्धांजलि अर्पित की। 

मृत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण किया गया, जिसमें हर व्यक्ति ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। इस दौरान स्थानीय लोगों के साथ-साथ सदरपुर पुलिस भी मौजूद रही, जिसने आयोजन की शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की।

इस कैंडल मार्च ने न केवल आतंकवाद के खिलाफ कस्बे वासियों के आक्रोश को व्यक्त किया, बल्कि देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले सैनिकों के प्रति उनकी गहरी कृतज्ञता और सम्मान को भी दर्शाया। 

स्थानीय निवासियों का कहना था कि ऐसे आयोजन न सिर्फ शहीदों के परिवारों के प्रति सहानुभूति जताने का माध्यम हैं, बल्कि समाज में एकता और देशभक्ति की भावना को भी मजबूत करते हैं।

यह मार्च जहांगीराबाद के इतिहास में एक यादगार पल के रूप में दर्ज हो गया, जो आने वाली पीढ़ियों को भी राष्ट्र के प्रति समर्पण और बलिदान की भावना से प्रेरित करेगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ