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साध्वी सरस्वती ने जारी की चेतावनी, कट्टरपंथी हमले की आशंका जताई

Sadhvi Saraswati Warns of Possible Extremist Attack
Sadhvi Saraswati Warns of Possible Extremist Attack

साध्वी सरस्वती ने जारी की चेतावनी, कट्टरपंथी हमले की आशंका जताई

विशेष रिपोर्ट: सुनील त्रिपाठी 

विश्व हिंदू परिषद से जुड़ीं राष्ट्रप्रेमी साध्वी सरस्वती दीदी, जिन्हें 'हिंदू शेरनी' के नाम से भी जाना जाता है, ने हाल ही में एक वीडियो संदेश जारी कर देशभर के हिंदू समाज को आगाह किया है। उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाला समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है और साम्प्रदायिक तनाव व कट्टरपंथ के बढ़ते खतरों के मद्देनजर हिंदुओं को आत्मरक्षा के लिए संगठित, सतर्क और तैयार रहना होगा।

22 वर्षों से राष्ट्रसेवा में समर्पित

साध्वी सरस्वती पिछले 22 वर्षों से देश के विभिन्न हिस्सों में हिंदू संस्कृति, मूल्यों और आत्मरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में सक्रिय हैं। उनका मानना है कि भाईचारे और सद्भाव की भावना महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके पीछे छुपी असुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। वे कहती हैं कि अब समय आ गया है कि प्रत्येक नागरिक अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे।

सीमावर्ती देशों से उभरते खतरे

साध्वी ने अपने संदेश में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों से बढ़ते चरमपंथी खतरों पर विशेष ध्यान आकर्षित किया।

उन्होंने कहा कि यदि देश के निर्दोष नागरिकों पर हमला होता है, तो भारतीय सेना और सरकार इसे व्यर्थ नहीं जाने देगी। साध्वी ने पूर्ण विश्वास जताया कि भारत की सेना और सरकार हर परिस्थिति में देशवासियों की रक्षा के लिए सक्षम है।

आत्मरक्षा: समय की मांग

साध्वी सरस्वती ने आत्मरक्षा को आज की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया। उन्होंने सुझाव दिया कि हिंदू समाज को वैध लाइसेंस के तहत हथियार प्राप्त करने और आत्मरक्षा प्रशिक्षण लेने पर विचार करना चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने रोजमर्रा की खरीदारी में भी सतर्कता बरतने की सलाह दी, विशेष रूप से किसी की पहचान के आधार पर सामान खरीदने से बचने का आग्रह किया।

कश्मीर और संवेदनशील क्षेत्रों की यात्रा से परहेज

साध्वी ने अपने संदेश में कश्मीर और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों की यात्राओं को फिलहाल टालने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जब तक परिस्थितियां पूरी तरह सामान्य नहीं हो जातीं, परिवार और समुदाय की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। यह सतर्कता संभावित खतरों से बचाव का एक प्रभावी उपाय हो सकता है।

साध्वी का दृढ़ संदेश

अपने संदेश को समाप्त करते हुए साध्वी सरस्वती ने स्पष्ट शब्दों में कहा:

अब जागने का समय है। यह केवल एक चेतावनी नहीं, बल्कि आत्मरक्षा और सामूहिक जागरूकता की दिशा में एक दृढ़ संकल्प का आह्वान है।

उनका यह संदेश न केवल हिंदू समाज, बल्कि समस्त देशवासियों के लिए एक प्रेरणा और सतर्कता का आह्वान है, जो एकजुटता और सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करता है।

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