{मुख्य ब्यूरो चीफ: अभय कुमार सिंह}
प्रयागराज, नैनी: आधारशिला वृद्ध आश्रम, नैनी में रविवार को सावित्री सेवा संस्थान, प्रयागराज द्वारा एक भावविभोर कर देने वाला सेवा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर संस्था के सदस्यों ने वृद्ध माताओं का पुष्पवर्षा कर हार्दिक अभिनंदन, वंदन एवं स्वागत किया।
विशेष रूप से 'पाव पूजन' कार्यक्रम के अंतर्गत माताओं के चरण धोकर, पादुका अर्पित कर, माथे से स्पर्श कर उनका आशीर्वाद लिया गया। इसके बाद सभी को फलाहार एवं आवश्यक सामग्री वितरित की गई।
वृद्ध माताओं की सेवा है सच्ची ईश्वर सेवा: शनि केसरी
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्था के अध्यक्ष शनि केसरी ने कहा, माता की सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं होती। चाहे उम्र कितनी भी हो जाए, सुकून तो मां की गोद में ही मिलता है। वृद्ध माताओं की सेवा वास्तव में ईश्वर की सेवा के समान है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे वरिष्ठ समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने कहा, माँ दुनिया का एकमात्र ऐसा शब्द है, जिसे किसी परिभाषा की जरूरत नहीं। यह सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि एक गहन एहसास है। माँ प्रेम, त्याग और सेवा की मूर्ति है।
संस्थान के सचिव पवन देव ने वृद्ध माताओं के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया और कहा, आप सभी हमारे लिए माँ तुल्य हैं। आपका आशीर्वाद और सेवा करना हमारा सौभाग्य है। माताओं के अमूल्य योगदान से ही समाज को संस्कार, विचार और जीवन का वास्तविक मार्गदर्शन प्राप्त होता है।
इस सेवा कार्य में प्रमुख भूमिका निभाने वालों में शिक्षिका कावेरी मुखर्जी, गोपाल जी केसरवानी, विजेता सचदेवा, हरमनजी सिंह व दलजीत कौर का उल्लेखनीय योगदान रहा।
आधारशिला संस्था के संचालक गोस्वामी शशांक भारती ने सभी अतिथियों एवं सेवा कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी इसी भाव से जुड़े रहने की अपील की।
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