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Shiv Devotion Procession:देवघर में शिवभक्ति का जुलूस, अहिल्याबाई होल्कर की जयंती पर उमड़ा जनसैलाब

Shiv Devotion Procession Deoghar Ahilyabai Holkar Jayanti
Shiv Devotion Procession Deoghar Ahilyabai Holkar Jayanti

Shiv Devotion Procession:देवघर में शिवभक्ति का जुलूस, अहिल्याबाई होल्कर की जयंती पर उमड़ा जनसैलाब

(ब्यूरो: सुनील कुमार त्रिपाठी)

देवघर, झारखंड: देवघर की पावन धरती पर बुधवार को ऐतिहासिक भव्यता का दृश्य देखने को मिला, जब देवी अहिल्याबाई होल्कर जी की 300वीं जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं महिला मोर्चा के नेतृत्व में एक भव्य शिवलिंग शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। 

यह शोभायात्रा स्थानीय शितलोक परिसर से आरंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए विश्वप्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर प्रांगण तक पहुंची।

इस विशाल धार्मिक आयोजन की अगुवाई भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, महिला मोर्चा की पदाधिकारियों और कई गणमान्य व्यक्तियों ने की। 

शोभायात्रा में भारी संख्या में हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों, स्थानीय महिलाओं तथा श्रद्धालु नगरवासियों की भागीदारी रही। पूरा शहर हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठा।

आस्था और संस्कृति का संगम

यात्रा में शामिल श्रद्धालु शिवलिंग की झांकी के साथ ढोल-नगाड़ों, पारंपरिक वाद्य यंत्रों और जयकारों के साथ आगे बढ़ते रहे। पारंपरिक परिधानों में सजी महिलाएं और युवा विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र रहे। शोभायात्रा में धर्म, संस्कृति और नारी शक्ति की एकता की झलक स्पष्ट रूप से देखने को मिली।

भाजपा नेताओं ने रखे विचार

इस अवसर पर आयोजित संक्षिप्त गोष्ठी में भाजपा नेताओं ने देवी अहिल्याबाई होल्कर के योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने न केवल धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण कराया, बल्कि नारी सशक्तिकरण की मिसाल भी पेश की। महिला मोर्चा की पदाधिकारियों ने बताया कि यह यात्रा महिला शक्ति के नेतृत्व में आयोजित कर एक नया संदेश देने का कार्य है।

प्रशासनिक व्यवस्था रही चुस्त

इस बड़े आयोजन को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे। यात्रा मार्ग में जगह-जगह स्वेच्छा से जलपान, शीतल जल और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था भी समाजसेवियों द्वारा की गई।

यह आयोजन न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि हमारी सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक एकता आज भी जनमानस के हृदय में जीवित है।

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