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Shrimad Bhagwat Katha Devotees Dharma Message: श्रीमद्भागवत कथा में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

Shrimad Bhagwat Katha Devotees Dharma Message

Shrimad Bhagwat Katha Devotees Dharma Message: श्रीमद्भागवत कथा में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

(ब्यूरो - सुनील कुमार त्रिपाठी - कमासिन, प्रतापगढ़)

बिहार ब्लॉक के कमासिन क्षेत्र स्थित भीटी पूरे नैन पंचायत में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में बुधवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। कथा वाचन कर रहे परम पूज्य कथाव्यास पं. अजीत कृष्ण श्री वृंदावन धाम ने धर्म, नीति और जीवन मूल्यों पर गहन व्याख्यान देते हुए श्रोताओं को आध्यात्मिक ऊर्जा से अभिभूत कर दिया।

पंडित अजीत कृष्ण जी ने श्रीकृष्ण जन्म को धर्म और नीति के सत्य पर्व की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर अधर्म और अत्याचार बढ़ता है, तब-तब भगवान किसी न किसी रूप में अवतरित होकर जनकल्याण करते हैं। 

आज की कथा में उन्होंने वामन अवतार और दानवीर राजा बलि की कथा को विस्तार से बताया। साथ ही द्वारिकाधीश भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेते हुए धर्म की रक्षा और सत्य के पक्ष में खड़े होने का संदेश भी दिया।

उन्होंने कहा कि भगवान के अनेक रूपों का अवतरण संस्कार और संस्कृति को सुदृढ़ करता है। कथा में गुरु और पिता के महत्व को विशेष रूप से रेखांकित करते हुए बताया कि जो व्यक्ति अपने गुरु और पिता के वचनों को जीवन में आत्मसात करता है, वह न केवल आध्यात्मिक उन्नति करता है बल्कि समाज को भी दिशा देता है।

मन की पवित्रता ही सच्ची आराधना का आधार

कथाव्यास ने कहा कि भगवान की सच्ची आराधना के लिए बाहरी आडंबर नहीं, बल्कि मन की पवित्रता आवश्यक है। शुद्ध मन से की गई आराधना सदैव फलदायी होती है। कथा के दौरान सती चरित्र, ध्रुव चरित्र और राजा भरत जैसे प्रेरणादायक प्रसंगों से श्रोता भावविभोर हो उठे। भजन-कीर्तन के दौरान माहौल भक्तिमय हो गया।

यजमानों और आयोजकों का भावपूर्ण स्वागत

कथा में मुख्य यजमान रामआसरे मिश्र व श्रीमती संध्या देवी, रामफेर मिश्र व श्रीमती शकुंतला देवी ने व्यासपीठ का पूजन कर कथा आरंभ की। आयोजन में विवेक मिश्रा, शशि मिश्र ने अपने परिवार सहित श्रद्धालुओं का स्वागत किया।

इस पावन अवसर पर राकेश मिश्रा, कृष्ण देव त्रिपाठी, लालता प्रसाद तिवारी, अजय पाण्डेय, बृजेश सिंह, रामराज तिवारी, राजन मिश्र, बच्चा शुक्ला, विपुल सिंह, सुशील सिंह, त्रिभुवन नाथ मिश्र, विष्णु कुमार, दिनेश पाण्डेय, राजेश तिवारी, भारत तिवारी, शैलेन्द्र मिश्र, सुनील तिवारी, कमलाकांत तिवारी, राजनारायण मिश्र, देवेंद्र शुक्ला, गिरीश त्रिपाठी, अनिल तिवारी आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

कथा का यह दिव्य आयोजन क्षेत्र में अध्यात्म, सदाचार और सामाजिक समरसता का संदेश फैलाने वाला सिद्ध हो रहा है।

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