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पूर्वांचल को मिली एक्सप्रेस रफ्तार: Gorakhpur Link Expressway से Lucknow अब सिर्फ 3 घंटे दूर
(मुख्य ब्यूरो चीफ अभय कुमार सिंह)
उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचे का तेजी से विस्तार हो रहा है और इसका सबसे बड़ा उदाहरण है गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे। इस बहुप्रतीक्षित परियोजना ने न केवल राज्य को 'एक्सप्रेस प्रदेश' की नई पहचान दी है, बल्कि पूर्वी उत्तर प्रदेश को राजधानी लखनऊ से जोड़ने का एक नया और तेज़ मार्ग भी प्रदान किया है।
गोरखपुर, संत कबीरनगर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ इन चार प्रमुख जिलों को जोड़ने वाला यह एक्सप्रेसवे अब गोरखपुर से लखनऊ (283 किमी) का सफर केवल 03 घंटे में तय करने की सुविधा देता है। इससे पहले जो यात्रा 6 से 7 घंटे तक लेती थी, वह अब आधे समय में पूरी हो रही है।
₹7,283.28 करोड़ की लागत से बना 91.352 किमी लंबा मार्ग
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) द्वारा निर्मित यह एक्सप्रेसवे 91.352 किमी लंबा है और इसकी कुल लागत ₹7,283.28 करोड़ आई है। निर्माण में आधुनिकतम तकनीक और सुरक्षा मानकों का पालन किया गया है, जिससे यह न केवल तेज, बल्कि सुरक्षित यात्रा का भी मार्ग बन चुका है।
सुविधा ही नहीं, विकास का मार्ग
यह एक्सप्रेसवे केवल एक सड़क नहीं, बल्कि पूर्वांचल के आर्थिक, सामाजिक और औद्योगिक विकास का माध्यम है। इससे न केवल व्यापारिक गतिविधियों को गति मिलेगी, बल्कि क्षेत्रीय युवाओं के लिए नए रोजगार और उद्यम की संभावनाएं भी पैदा होंगी।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ा गया है, जिससे लखनऊ के अलावा वाराणसी, प्रयागराज, सुल्तानपुर और अन्य पश्चिमी जिलों से भी बेहतर कनेक्टिविटी संभव हो पाई है।
सरकार की सोच: हर कोना जुड़े, हर क्षेत्र बढ़े
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार का सपना है कि उत्तर प्रदेश के हर कोने को एक्सप्रेसवे नेटवर्क से जोड़ा जाए। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे और अब गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे ये सभी परियोजनाएं एक 'विकसित भारत - विकसित उत्तर प्रदेश' के दृष्टिकोण को धरातल पर उतार रही हैं।
भविष्य की दिशा
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे न केवल एक ट्रांसपोर्टेशन प्रोजेक्ट है, बल्कि यह भविष्य के उत्तर प्रदेश की नींव का एक मजबूत स्तंभ है। आने वाले वर्षों में इसके ज़रिए पूर्वांचल में नई औद्योगिक इकाइयों, वेयरहाउस, ट्रांसपोर्ट हब और निवेश के अवसरों की भरमार देखी जा सकती है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे केवल सड़क नहीं, बल्कि विकास की रफ्तार है जो उत्तर प्रदेश को आर्थिक शक्ति और जनता को तेज़, सुरक्षित और विश्वस्तरीय यात्रा सुविधा दे रही है। यह पूर्वांचल की प्रगति का नया मार्ग है और उत्तर प्रदेश के सुनहरे भविष्य की गारंटी भी।
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