Ticker

6/recent/ticker-posts

Advocates Furious Over Administrative Negligence: प्रशासन की अनदेखी पर भड़के अधिवक्ता, रणनीतिक संघर्ष का ऐलान

Advocates Furious Over Administrative Negligence
प्रशासन की अनदेखी पर भड़के अधिवक्ता, रणनीतिक संघर्ष का ऐलान

Advocates Furious Over Administrative Negligence: प्रशासन की अनदेखी पर भड़के अधिवक्ता, रणनीतिक संघर्ष का ऐलान

(रिपोर्ट: सुनील त्रिपाठी)

लालगंज, प्रतापगढ़: तहसील क्षेत्र में अधिवक्ताओं की समस्याओं की अनदेखी को लेकर शुक्रवार को आयोजित आम सभा में अधिवक्ताओं ने प्रशासनिक उदासीनता पर कड़ा आक्रोश जताया। 

संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संदीप सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में अधिवक्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर रणनीतिक संघर्ष की रूपरेखा तय की।

बैठक में संघ की कार्यकारिणी ने वार्षिक आय-व्यय का विवरण प्रस्तुत किया और तय समय पर संघ के चुनाव कराए जाने की सहमति जताई। 

अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में सार्वजनिक शौचालयों की बदहाल स्थिति तथा जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित वाहन पार्किंग स्थल की अव्यवस्था पर कड़ी नाराजगी जताई।

संघर्ष की चेतावनी, समाधान न मिलने पर आंदोलन तेज

बैठक को संबोधित करते हुए वरिष्ठ उपाध्यक्ष विभाकर नाथ शुक्ल, उपाध्यक्ष बालेन्द्र त्रिपाठी और महामंत्री सूर्यकांत निराला ने अधिवक्ताओं की एकजुटता पर बल दिया और कहा कि प्रशासन की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पूर्व अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने बैठक के एजेंडे पर विस्तार से प्रकाश डाला, जबकि संचालन पूर्व अध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्र ने किया।

सभा को एल्डर कमेटी के अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद मिश्र, राममोहन सिंह, अनिल त्रिपाठी महेश, अजय शुक्ल गुडडू, राव वीरेन्द्र सिंह, शिवाकांत उपाध्याय, राधारमण शुक्ल, बेनीलाल शुक्ल, रामलगन यादव, कालिका प्रसाद पाण्डेय, कन्हैयाबक्श सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने संबोधित किया। 

वक्ताओं ने सरकार से अधिवक्ता कल्याण निधि को प्रभावी रूप से लागू करने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

अधिवक्ताओं ने एकजुटता का दिया संदेश

सभा में संतोष पाण्डेय, दीपेन्द्र तिवारी, धीरेन्द्र मिश्र, शैलेन्द्र सिंह, घनश्याम मिश्र, सिंटू मिश्र, कमलेश तिवारी, राजेश तिवारी, कुलदीप तिवारी, अनूप पाण्डेय, रोशन लाल सरोज, अबरार अहमद, विनय शुक्ला, केके शुक्ला, पारसनाथ सरोज, लाल विनोद प्रताप सिंह, सुमित त्रिपाठी, संजय सिंह, वकील अहमद सहित सैकड़ों अधिवक्ता मौजूद रहे।

सभा में तय किया गया कि यदि प्रशासन ने शीघ्र ही समस्याओं का समाधान नहीं किया तो अधिवक्ता सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। 

अधिवक्ताओं की इस आमसभा ने प्रशासन को स्पष्ट संदेश दे दिया कि अब उनकी अनदेखी महंगी पड़ सकती है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ