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श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से होता है मानव का कल्याण

Listening to Shrimad Bhagwat Katha Leads to Human Welfare

श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से होता है मानव का कल्याण

ब्यूरो रिपोर्ट - सुनील त्रिपाठी

कुंडा (बिहार), प्रतापगढ:

श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से मनुष्य को न केवल पुण्य की प्राप्ति होती है, बल्कि उसके जीवन में व्याप्त अनेक प्रकार के कष्ट, दुःख और पीड़ाओं का भी नाश होता है। 

सनातन धर्म में भागवत कथा का विशेष महत्व बताया गया है, क्योंकि यह मनुष्य को भक्ति मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है और जीवन को आनंदमय बनाने की राह दिखाती है।

शकरदहा के मकूनपुर गांव में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथा वाचक पंडित नरोत्तम शास्त्री ने श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि भागवत केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि यह जीवन जीने की कला सिखाने वाला अमूल्य ग्रंथ है। 

इसके श्रवण से मनुष्य को मोक्ष का मार्ग प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि जो भी भक्त सच्चे मन से भागवत कथा का श्रवण करता है, वह न केवल सांसारिक कष्टों से मुक्त होता है, बल्कि उसे ईश्वर की भक्ति में लीन रहने का सौभाग्य भी प्राप्त होता है।

भगवान श्रीकृष्ण के जन्म और बाल लीलाओं का हुआ सुंदर वर्णन

कथा के दूसरे दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म उत्सव एवं उनकी बाल लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया गया। जैसे ही कथा में भगवान श्रीकृष्ण के जन्म प्रसंग का वर्णन हुआ, श्रद्धालु भक्तों ने नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय बना दिया। 

कथा के दौरान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन सुनकर भक्तजन भाव-विभोर हो गए।

पंडित नरोत्तम शास्त्री ने श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़े कई प्रसंगों का उल्लेख करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण केवल एक देवता नहीं, बल्कि वह मानवता के उद्धारक हैं। उनकी लीलाएं हमें धर्म, कर्म, भक्ति और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती हैं।

श्रद्धालुओं ने लिया आध्यात्मिक लाभ

इस पावन अवसर पर मुख्य यजमान जगदीश प्रसाद उपाध्याय, शिवशंकर उपाध्याय, कृपाशंकर उपाध्याय, प्रभा शंकर उपाध्याय, प्रमोद मिश्रा, प्रभा शंकर मिश्रा, जितेंद्र दुबे, समाजसेवी आशीष मिश्रा, राजन सिंह, बसंत लाल पाक, बुधराम सरोज सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।

कथा आयोजन में श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से भाग लिया और कथा श्रवण के माध्यम से आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया। पूरे आयोजन में भक्तों की श्रद्धा और भक्ति देखते ही बन रही थी। 

इस धार्मिक आयोजन ने समस्त श्रद्धालुओं को ईश्वर के प्रति समर्पण और भक्ति के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।

कथा के अंत में महाप्रसाद का वितरण किया गया, जिसमें सैकड़ों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ अर्जित किया। 

आयोजकों ने बताया कि भागवत कथा का आयोजन पूरे सात दिनों तक चलेगा और आगे आने वाले दिनों में भगवान श्रीकृष्ण की अनेक दिव्य लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया जाएगा।

इस पवित्र आयोजन से गांव का वातावरण भक्तिमय हो गया और श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण के श्रीचरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित की।

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