वाटरशेड यात्रा अभियान: Watershed Yatra Campaign |
वाटरशेड यात्रा अभियान: Watershed Yatra Campaign
(रिपोर्ट: सुनील त्रिपाठी)
प्रतापगढ़: प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 के तहत जलागम विकास घटक के अंतर्गत 5 मार्च को डब्लूडीसी-2 आसपुर देवसरा में वाटरशेड विकास यात्रा निकाली गई।
उप कृषि निदेशक विनोद कुमार यादव ने भूमि संरक्षण अधिकारी प्रथम कार्यालय प्रांगण से हरी झंडी दिखाकर यात्रा का शुभारंभ किया।
सागर तालाब का लोकार्पण: Watershed Yatra Campaign
यात्रा के प्रथम चरण में ग्राम ढिढुई स्थित सागर तालाब पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत जल कलश यात्रा और प्रभात फेरी से हुई, जिसमें लोगों को जल संरक्षण का संदेश दिया गया।
प्रतिभागियों ने "भूमि को लौटाए जल - सुरक्षित करें कल", "जल को हमें बचाना है", "मिट्टी नहीं बचाओगे तो अनाज कहां उगाओगे" जैसे प्रेरणादायक नारे लगाए।
मुख्य विकास अधिकारी डा. दिव्या मिश्रा ने इस अवसर पर सागर तालाब का लोकार्पण किया और वृक्षारोपण कर जल एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके साथ ही केतकरपुर में तालाब जीर्णोद्धार हेतु भूमि पूजन भी किया गया।
द्वितीय पाली: कबीरपुर तालाब पर जागरूकता कार्यक्रम
यात्रा के द्वितीय चरण में कबीरपुर तालाब पर किसानों और ग्रामीणों को जल संरक्षण और वृक्षारोपण के महत्व की जानकारी दी गई।
इस दौरान पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी ने "जल बचाओ, पेड़ लगाओ" अभियान के तहत किसानों को प्रेरित किया।
भूमि एवं जल संसाधन विभाग के समन्वयक जितेंद्र मणि त्रिपाठी ने तालाब जीर्णोद्धार और परियोजना के उद्देश्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
विभिन्न विभागों की भागीदारी
आयोजन को सफल बनाने में राम बचन (अवर अभियंता, लघु सिंचाई), राकेश कुमार निषाद (सहायक विकास अधिकारी, समाज कल्याण) एवं डॉ. अनुराग यादव (पशु चिकित्साधिकारी) ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों की लाभकारी योजनाओं की जानकारी दी।
भूमि संरक्षण अधिकारी एवं परियोजना प्रबंधक चमन सिंह ने लोगों को योजना की विस्तृत जानकारी दी और जल संरक्षण की शपथ दिलाई।
वाटरशेड विकास टीम के सदस्य अरविंद कुमार सिंह, तिलक सिंह, राजेश कुमार सिंह (वरिष्ठ प्राविधिक सहायक ग्रुप-ए), आशीष कुमार यादव, दिनकर सिंह (अवर अभियंता), लाल कुंवर तिवारी, गौरव श्रीवास्तव, महेंद्र प्रताप, ध्रुव कुमार (वरिष्ठ प्राविधिक सहायक ग्रुप-बी) एवं विमलेश मौर्य, प्रेमनाथ वर्मा, राजेश रावत, बृजेन्द्र कुमार (प्राविधिक सहायक ग्रुप-सी) ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया।
यह अभियान न केवल जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का एक प्रभावी माध्यम बना, बल्कि तालाबों के जीर्णोद्धार और वृक्षारोपण को भी बढ़ावा दिया।
इस प्रकार की पहल जल प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए जल संसाधनों को संरक्षित करने में मदद करेगी।
0 टिप्पणियाँ