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16 पाकिस्तानी YouTube चैनलों पर लगा प्रतिबंध

India Blocks 16 Pakistani YouTube Channels for Spreading Misinformation

16 पाकिस्तानी YouTube चैनलों पर लगा प्रतिबंध

(संपादक: अमरेन्द्र कुमार)

डिजिटल युग में सूचना का प्रसार तेजी से हो रहा है, लेकिन इसके साथ ही गलत सूचना और देश विरोधी प्रचार भी बढ़ता जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने एक साहसिक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। 28 अप्रैल, 2025 को सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने 16 पाकिस्तानी YouTube चैनलों पर भारत में प्रतिबंध लगा दिया है। 

इन चैनलों के पास कुल मिलाकर 63.08 करोड़ सब्सक्राइबर्स थे, जो इस कार्रवाई की गंभीरता को दर्शाता है। आइए, इस घटना की गहराई में जाएं और जानें कि यह कदम क्यों उठाया गया, इन चैनलों की पहचान क्या है, और यह भारत के डिजिटल और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए क्या मायने रखता है।
प्रतिबंधित चैनलों की शानदार सूची

यहाँ उन 16 YouTube चैनलों की विस्तृत जानकारी दी जा रही है, जिन्हें भारत सरकार ने ब्लॉक किया है। प्रत्येक चैनल का नाम, हैंडल, URL और उनकी सब्सक्राइबर संख्या नीचे तालिका में दी गई है:

क्र.सं.

चैनल का नाम

यूट्यूब हैंडल

सब्सक्राइबर (लगभग)

1

Dawn News

@dawnnewspakistan

1.96M

2

Irshad Bhatti

@IrshadBhatti01

827K

3

SAMAA TV

@Samaatv

12.7M

4

ARY NEWS

@ArynewstvOfficial

14.6M

5

BOL NEWS

@BOLNewsOfficial

7.85M

6

Raftar

@raftartv

804K

7

The Pakistan Reference

@ThePakistanReference

288K

8

Geo News

@geonews

18.1M

9

Samaa Sports

@SamaaSports

733K

10

GNN

@gnnhdofficial

3.54M

11

Uzair Cricket

@UzairCricket786

288K

12

Umar Cheema Exclusive

@UmarCheemaExclusive

125K

13

Asma Shirazi

@AsmaShiraziOfficial

133K

14

Muneeba Farooq

@muneebafarooqofficial

165K

15

SUNO News HD

@SUNONewsHD

1.36M

16

Razi Naama

@razinaama

270K

कुल सब्सक्राइबर्स: 63.08 करोड़

इन चैनलों में से कई, जैसे Dawn News, ARY NEWS, Geo News और SAMA TV, पाकिस्तान के प्रमुख समाचार नेटवर्क हैं, जिनके पास लाखों-करोड़ों दर्शक हैं। खेल और मनोरंजन से जुड़े चैनल जैसे Uzair Cricket और Samaa Sports भी इस सूची में शामिल हैं, जो दिखाता है कि विविध प्रकार के कंटेंट पर नजर रखी गई थी।

प्रतिबंध का कारण

तो सवाल उठता है कि आखिर इन चैनलों पर प्रतिबंध क्यों लगा? भारत सरकार का कहना है कि इन चैनलों ने भारत विरोधी प्रचार, फर्जी खबरें और भ्रामक जानकारी फैलाने का काम किया। 

इनके कंटेंट में भारत की एकता, अखंडता और सुरक्षा को खतरे में डालने वाली सामग्री पाई गई। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने इन चैनलों की गतिविधियों की विस्तृत जांच की, जिसमें पाया गया कि ये चैनल न केवल समाचार बल्कि सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले वीडियो भी प्रसारित कर रहे थे।

यह कार्रवाई सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 69A के तहत की गई, जो सरकार को सार्वजनिक व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के लिए ऐसी सामग्री को ब्लॉक करने का अधिकार देती है। यह कदम इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गलत सूचना का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है, और इसे नियंत्रित करना जरूरी हो गया था।

डिजिटल स्पेस में एक नई शुरुआत

63.08 करोड़ सब्सक्राइबर्स के साथ इन चैनलों का भारत में प्रभाव काफी बड़ा था। इनके ब्लॉक होने से न केवल इनकी पहुंच खत्म होगी, बल्कि यह भी संदेश जाएगा कि भारत सरकार डिजिटल मंचों पर अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है। 

यह कदम डिजिटल इंडिया के मिशन को भी मजबूत करता है, जहां प्रौद्योगिकी का उपयोग सकारात्मक और सुरक्षित तरीके से किया जाए।

YouTube जैसे प्लेटफॉर्म को भी अब अपनी जिम्मेदारियों को और गहराई से समझना होगा। सरकार ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयाँ जारी रहेंगी, ताकि ऑनलाइन स्पेस में शांति और सत्य को बनाए रखा जा सके।

भारत की प्रतिक्रिया

इस फैसले का स्वागत कई भारतीय नागरिकों और संगठनों ने किया है, जो मानते हैं कि यह राष्ट्रीय हित में एक सही कदम है। सोशल मीडिया पर #BanPakChannels और #DigitalSafety जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जहां लोग अपनी राय साझा कर रहे हैं। दूसरी ओर, कुछ लोग इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला मान रहे हैं, लेकिन सरकार का तर्क है कि सुरक्षा और एकता सर्वोपरि है।

भविष्य में, सरकार डिजिटल कंटेंट की निगरानी के लिए और सख्त नीतियाँ ला सकती है। साथ ही, जनता से अपील की गई है कि वे विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें और अफवाहों से बचें।

मजबूत भारत की ओर एक कदम

16 पाकिस्तानी YouTube चैनलों पर प्रतिबंध भारत की डिजिटल सुरक्षा और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने का एक ऐतिहासिक कदम है। यह न केवल गलत सूचना के प्रसार को रोकता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत अपनी सीमाओं के भीतर और बाहर की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है। 63.08 करोड़ सब्सक्राइबर्स के साथ यह कार्रवाई अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।

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