मनरेगा में भ्रष्टाचार पर शिकंजा: लोकपाल का सख्त निरीक्षण, अधूरे कार्य पूर्ण, दोषियों पर जुर्माना
ब्यूरो: सुनील त्रिपाठी, प्रतापगढ़
प्रतापगढ़, कालाकांकर: मनरेगा में पारदर्शिता और जनहित को प्राथमिकता देते हुए लोकपाल समाज शेखर ने कालाकांकर ब्लॉक के अतरौलिया और वडेरा गांवों का दौरा कर शिकायतों की गहराई से जांच की। इस दौरान जहां अतरौलिया में शिकायतों की पुष्टि हुई वहीं वडेरा गांव में अधूरे कार्य पूरे पाए गए।
अतरौलिया गांव में मिली गड़बड़ियां, हुआ सत्यापन
मनरेगा लोकपाल समाज शेखर ने अतरौलिया गांव पहुंचकर तालाब की खुदाई के कार्यों का निरीक्षण किया। यहां राजेश कुमार द्वारा की गई शिकायत के अनुसार, मजदूरों की उपस्थिति और सड़क निर्माण में पुरानी ईंटों के प्रयोग की बात सामने आई थी।
निरीक्षण के दौरान तालाब पर करीब 50 मजदूर कार्यरत मिले जिनसे व्यक्तिगत बातचीत कर सत्यापन किया गया। मजदूरों ने नियमित कार्य मिलने की बात स्वीकार की।
इसके बाद पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर में खेल मैदान की बाउंड्री में पुरानी ईंटों के उपयोग की जांच की गई। तकनीकी सहायक के साथ किए गए निरीक्षण में मिस्त्री ने 1500 पुरानी ईंटें नींव में प्रयोग करने की बात स्वीकार की।
इसे गंभीरता से लेते हुए लोकपाल ने बीडीओ को ईंटों के मूल्य की रिकवरी तथा समय से कार्य पूर्ण न करने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।
वडेरा गांव में अधूरे कार्य पाए गए पूर्ण
लोकपाल समाज शेखर वडेरा गांव में पहुंचे, जहां 10 मार्च को अधूरे कार्य पाए गए थे। पुनः निरीक्षण में यह कार्य पूर्ण मिले। इनमें 2 खेत तालाब और 3 नालों की खुदाई शामिल थी।
उन्होंने इसे ग्राम पंचायत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया और शिकायतकर्ता धर्मेश कुमार को धन्यवाद दिया जिनकी सक्रियता से कार्यों को गति मिली।
लापरवाही पर हुई सख्त कार्यवाही
निरीक्षण के दौरान वित्तीय अनियमितता और लापरवाही पाए जाने पर लोकपाल ने कड़ा कदम उठाया।
कालाकांकर ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी, ब्लॉक अकाउंटेंट, वडेरा ग्राम के तकनीकी सहायक, ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी और रोजगार सेवक पर ₹1000-₹1000 का अर्थदंड लगाने का निर्णय लिया गया।
जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में हुआ निरीक्षण
इस निरीक्षण में ब्लॉक और ग्राम स्तर के संबंधित अधिकारी तथा जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। लोकपाल समाज शेखर ने कहा कि मनरेगा योजना को भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी बनाना उनकी प्राथमिकता है।
उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि यदि किसी प्रकार की अनियमितता नजर आए तो वे खुलकर शिकायत करें, प्रशासन उनके साथ है।
यह निरीक्षण न केवल भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का एक सशक्त प्रयास था, बल्कि ग्रामीण विकास की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम भी।
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