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भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बना महाराणा प्रताप की जयंती पर संगोष्ठी

Seminar on Maharana Pratap's Birth Anniversary A Symbol of India's Military Strength and Cultural Heritage

भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बना महाराणा प्रताप की जयंती पर संगोष्ठी

(ब्यूरो: सुनील कुमार त्रिपाठी)

बस्ती,भारत के महान योद्धा महाराणा प्रताप की 485वीं जयंती शुक्रवार को पूरे देशभर में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। 

बस्ती जिले में इस अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सांसद जगदम्बिका पाल सहित कई वरिष्ठ नेताओं और गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का आयोजन भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व ब्लॉक प्रमुख कृष्णचन्द्र सिंह के संयोजन में किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत सिविल लाइन्स तिराहे पर स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई, जहां सांसद जगदम्बिका पाल के साथ कई जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों और छात्रों ने वीर शिरोमणि को नमन किया। इसके बाद पं. अटल बिहारी वाजपेयी प्रेक्षागृह में एक संगोष्ठी आयोजित हुई।

संगोष्ठी को संबोधित करते हुए सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा, “पहलगाम की आतंकी घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में भारत सरकार ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है। 

ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को थर-थर कांपने पर मजबूर कर दिया है। यह शक्ति हमें महाराणा प्रताप और राणा सांगा जैसे वीरों से मिली है, जिन्होंने अपने जीवन का प्रत्येक क्षण मातृभूमि के सम्मान के लिए समर्पित कर दिया।

पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी ने महाराणा प्रताप को भारतीय इतिहास का अमर नायक बताते हुए कहा कि उनकी गौरवगाथा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है। 

विधायक अजय सिंह और एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि हर युग में नायक जन्म लेते हैं, और हल्दीघाटी का युद्ध स्वाभिमान और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक बन चुका है।

कार्यक्रम में क्षेत्र के कई शिक्षक, छात्र, जनप्रतिनिधि एवं समाजसेवी उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में राष्ट्र गौरव महाराणा प्रताप को नमन करते हुए देश की एकता और अखंडता के लिए उनके बलिदान को स्मरण किया।

कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि देश की सुरक्षा, आत्मगौरव और सांस्कृतिक विरासत के प्रति प्रतिबद्धता ही भारत को वैश्विक मंच पर मजबूत बना रही है।


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