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NAGPUR UNIVERSITY में संविधान पार्क और Ambedkar Statue का भव्य उद्घाटन

Nagpur University Ambedkar Statue Inauguration
NAGPUR UNIVERSITY में संविधान पार्क और Ambedkar Statue का भव्य उद्घाटन

NAGPUR UNIVERSITY में संविधान पार्क और Ambedkar Statue का भव्य उद्घाटन

(राष्ट्रीय ब्यूरो चीफ अभय कुमार सिंह )

नागपुर

देश की लोकतांत्रिक परंपराओं और संविधान के मूल्यों को समर्पित एक ऐतिहासिक पहल के तहत राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय में संविधान प्रस्तावना पार्क का भव्य उद्घाटन एवं भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण समारोह आयोजित किया गया। 

यह गरिमामय कार्यक्रम भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश श्री भूषण गवई, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस एवं केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी के करकमलों से संपन्न हुआ।

इस अवसर पर राज्य सरकार के कई वरिष्ठ मंत्रीगण भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री श्री चंद्रशेखर बावनकुले, मंत्री श्री संजय शिरसाट एवं राज्यमंत्री ॲड. आशिष जयस्वाल ने विशेष रूप से शिरकत की। कार्यक्रम में अनेक गणमान्य नागरिक, न्यायिक क्षेत्र की प्रतिष्ठित हस्तियां, विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

संविधान प्रस्तावना पार्क का निर्माण एक विचारशील पहल के रूप में किया गया है, जहां नागरिकों, विशेषकर युवाओं को संविधान की प्रस्तावना, उसके आदर्शों, उद्देश्यों और लोकतांत्रिक मूल्यों से जुड़ने का अवसर मिलेगा। यह पार्क देशवासियों को संवैधानिक चेतना, समानता, स्वतंत्रता, बंधुता और न्याय के मूल सिद्धांतों की गहराई से अनुभूति कराएगा।

कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की भव्य प्रतिमा का अनावरण रहा, जो भारत के संविधान निर्माता को सच्ची श्रद्धांजलि है। यह प्रतिमा न केवल विश्वविद्यालय परिसर में एक प्रेरणास्त्रोत होगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को सामाजिक समता, शिक्षा और राष्ट्रनिर्माण के मूल्यों के प्रति जागरूक करेगी।

अपने संबोधन में मुख्य न्यायाधीश भूषण गवई ने संविधान की महत्ता और डॉ. आंबेडकर के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि आज के युवाओं को संविधान की आत्मा को समझने और उसे जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है। 

वहीं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस आयोजन को नागपुर के लिए गौरव का क्षण बताया और कहा कि संविधान प्रस्तावना पार्क जैसे स्थल लोगों को लोकतंत्र के प्रति और अधिक सजग बनाएंगे।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी विश्वविद्यालय की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह पार्क और प्रतिमा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगे।

यह आयोजन न केवल शैक्षणिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि सामाजिक न्याय, समावेशी विकास और लोकतांत्रिक मूल्यों की पुनःस्थापना का प्रतीक भी रहा। नागपुर विश्वविद्यालय ने एक ऐतिहासिक एवं प्रेरणादायक कदम उठाकर देशभर के शैक्षणिक संस्थानों के सामने एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।

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