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हिंदुत्व की ओर बढ़ता भारत: धर्मांतरण और मंदिर नियंत्रण पर पूर्ण विराम की तैयारी में विहिप ,VHP

VHP Conversions Temple Control Hindutva

हिंदुत्व की ओर बढ़ता भारत: धर्मांतरण और मंदिर नियंत्रण पर पूर्ण विराम की तैयारी में विहिप ,VHP

(न्यूज़ संचालक बलराम सिंह)

कानपुर, 28 जून 2025

VHP के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने आज कानपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता में हिंदुत्व के बढ़ते प्रभाव को देश के नवोत्थान की आधारशिला बताया। उन्होंने कहा कि हिंदू चेतना की जागृति से आज भारत राष्ट्र जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति की ओर अग्रसर है और वैश्विक पटल पर एक आशा के केंद्र के रूप में उभर रहा है। 

उन्होंने स्पष्ट किया कि अब समय आ गया है जब अवैध धर्मांतरण पर पूर्ण विराम लगेगा और हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर समाज को सौंपा जाएगा।

धर्मांतरण पर कड़ा संदेश

डॉ. जैन ने आरोप लगाया कि कठोर कानूनों और सरकारों की सख्ती के बावजूद चर्च आधारित ईसाई मिशनरियां और कट्टरपंथी इस्लामिक जिहादी तत्व देश में भोले-भाले हिंदुओं का छल और बल से धर्मांतरण कर रहे हैं। 

उन्होंने इसे राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक अस्मिता पर हमला बताते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब लव जिहाद, बलात् धर्मांतरण और मदरसों में व्यभिचार जैसी घटनाओं पर पूरी तरह विराम लगाया जाए। उन्होंने मुस्लिम और ईसाई संगठनों को आत्ममंथन की सलाह दी और कहा कि समाज अब इन षड्यंत्रों का प्रतिकार करना जानता है।

मंदिरों की मुक्ति का आह्वान

विहिप नेता ने मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण को हिंदू समाज के साथ धोखा करार दिया। उन्होंने आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर से लेकर पश्चिम बंगाल के दीघा स्थित जगन्नाथ मंदिर तक कई घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि सेक्युलर कहे जाने वाली सरकारें हिंदू आस्थाओं का निरंतर अपमान कर रही हैं। 

डॉ. जैन ने जोर देकर कहा कि मंदिरों की संपत्ति, प्रशासन और प्रसाद वितरण जैसे मामलों में सरकारों की दखल समाप्त की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि 5 जनवरी को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से शुरू हुआ मंदिर मुक्ति अभियान अब एक जनांदोलन का रूप ले चुका है, और इसे पूरे देश में फैलाया जाएगा।

कांवड़ यात्रा: एक सांस्कृतिक शक्ति का प्रतीक

कांवड़ यात्रा को विहिप नेता ने राष्ट्रभक्ति, समरसता और धार्मिक साधना का महान प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि जब करोड़ों श्रद्धालु नदियों से जल भरकर सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा पूरी करते हैं, तो वह जल केवल शिवलिंग पर अर्पित नहीं होता, बल्कि वह राष्ट्रीय एकात्मता का अमृत बनकर प्रवाहित होता है।

हालांकि, उन्होंने चिंता जताई कि कुछ इस्लामिक जिहादी तत्व इस यात्रा में व्यवधान डालने की साजिश कर रहे हैं। थूक जिहाद और मूत्र जिहाद जैसे कथित षड्यंत्रों की ओर संकेत करते हुए उन्होंने मुस्लिम संगठनों से आह्वान किया कि वे समाज विरोधी इन तत्वों पर सख्ती से लगाम लगाएं।

सरकार और समाज से संयम की अपील

डॉ. जैन ने विश्वास जताया कि कांवड़ यात्रा और अन्य धार्मिक आयोजनों के दौरान सरकार द्वारा बनाए गए नियमों और दिशा निर्देशों का सभी पक्ष पालन करेंगे। उन्होंने कहा कि विहिप समाज के समरस और संगठित स्वरूप को बनाए रखने के लिए कटिबद्ध है।

विश्व हिंदू परिषद का यह रुख स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि वह हिंदू समाज की अस्मिता, धार्मिक स्वातंत्र्य और संस्कृति की रक्षा के लिए न केवल मुखर है, बल्कि सक्रिय आंदोलन की दिशा में भी आगे बढ़ रही है। धर्मांतरण और मंदिर नियंत्रण जैसे मुद्दों को लेकर परिषद की ओर से शुरू किए गए अभियान आने वाले दिनों में राष्ट्रीय विमर्श का एक प्रमुख बिंदु बन सकते हैं।

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