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जेल निरीक्षण में महिला आयोग अध्यक्ष का Focus - सुविधा, Security और सशक्तिकरण

Women’s Commission Jail Inspection

जेल निरीक्षण में महिला आयोग अध्यक्ष का Focus - सुविधा, Security और सशक्तिकरण

(ब्यूरो रिपोर्ट: सुनील  त्रिपाठी)

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री स्तर प्राप्त बबीता सिंह चौहान ने सोमवार को आयोग की सदस्य प्रतिभा कुशवाहा के साथ प्रतापगढ़ जिला कारागार का व्यापक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जेल में महिलाओं के लिए उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा की और महिला बंदियों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं जानीं।

निरीक्षण के दौरान सबसे पहले उन्होंने पाकशाला (रसोईघर) का निरीक्षण कर भोजन की गुणवत्ता को परखा, जिसे संतोषजनक पाया गया। इसके बाद पुस्तकालय और ई-लाइब्रेरी का भी जायजा लिया। अध्यक्ष ने कहा कि पुस्तकें और ज्ञानवर्धक सामग्री महिला बंदियों को मानसिक रूप से सशक्त बनाने में सहायक होंगी।

विशेष रूप से उन्होंने जेल में स्थापित आंवलाकृति आंवला प्रसंस्करण केंद्र का दौरा किया, जहां बंदियों द्वारा निर्मित आंवला जूस, अचार, मुरब्बा और बर्फी जैसे उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। जेल अधीक्षक ऋषभ द्विवेदी ने महिला आयोग की अध्यक्ष को आंवला उत्पादों का एक उपहार भी भेंट किया, जिसे उन्होंने सराहा और महिला बंदियों की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सराहनीय प्रयास बताया।

इसके पश्चात् महिला बैरक का निरीक्षण करते हुए उन्होंने महिला बंदियों से संवाद कर उनके स्वास्थ्य, खानपान और अन्य मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान नवनिर्मित "नर्सरी क्रेच" का लोकार्पण भी किया गया, जिससे महिला बंदियों के छोटे बच्चों को बेहतर देखभाल और पढ़ाई का अवसर मिलेगा। बच्चों के लिए विशेष तौर पर खाने की सामग्री भेंट की गई और महिला बंदियों को ताजे फल वितरित किए गए।

महिला बैरक में आयोजित एक संवाद में डिप्टी जेलर आफताब अंसारी ने अध्यक्ष से महिला बैरक हेतु वाटरकूलर की आवश्यकता बताई, जिस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए महिला आयोग की अध्यक्ष ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित किया कि शीघ्र ही महिला बैरक में ठंडे पानी की सुविधा के लिए वाटरकूलर की व्यवस्था की जाए।

बबीता सिंह चौहान ने महिला बैरक परिसर में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि महिला बंदियों के पुनर्वास व मानसिक सशक्तिकरण के लिए राज्य महिला आयोग निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने जेल में संचालित सिलाई प्रशिक्षण केंद्र एवं चिकित्सा कक्ष का भी अवलोकन किया और वहां उपलब्ध संसाधनों की सराहना की।

इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सदर नैन्सी सिंह, डिप्टी जेलर आफताब अंसारी, पूर्व विधायक धीरज ओझा, विधायक सदर के प्रतिनिधि अरुण कुमार मौर्य, जिला कार्यक्रम अधिकारी ज्योति शाक्य, जिला प्रोबेशन अधिकारी राम बाबू विश्वकर्मा सहित जेल प्रशासन के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

राज्य महिला आयोग की यह पहल न केवल महिला बंदियों के अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक सशक्त कदम है, बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रेरित भी करती है।

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