![]() |
Kaushambi Bus Station Power Cut |
Kaushambi Bus Station में बिजली गुल, Heat & Mosquitoes ने किया यात्रियों को परेशान
(वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र कुमार)
कौशांबी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे कौशांबी बस स्टेशन पर सोमवार तड़के यात्रियों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा, जब स्टेशन की बिजली सुबह 4:30 बजे से लेकर करीब 8:00 बजे तक पूरी तरह से ठप रही। इस भीषण गर्मी में यात्रियों के लिए यह इंतजार किसी यातना से कम नहीं था। बिना बिजली के स्टेशन पर न तो पंखे चल रहे थे, न ही कोई रोशनी थी, और ऊपर से मच्छरों का आतंक यात्रियों को काट-काटकर परेशान करता रहा।
सुबह-सुबह जब यात्री अलग-अलग जिलों और शहरों की बसें पकड़ने के लिए कौशांबी बस स्टेशन पहुंचे, तो वहां उन्हें अंधेरा, उमस और अव्यवस्था ने घेर लिया। स्टेशन के सभी पंखे और लाइटें बंद थीं, जिससे गर्मी और घुटन ने हालात और भी खराब कर दिए। सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों, महिलाओं और छोटे बच्चों को हुई, जो गर्मी और मच्छरों की मार से घंटों बेहाल रहे।
यात्रियों ने गर्मी से राहत पाने के लिए अपने गमछे और तौलियों का सहारा लिया और पसीने से लथपथ होकर दीवारों और सीटों पर लेटे रहे। कुछ ने मोबाइल की टॉर्च जलाई, तो कुछ लोग अपने बच्चों को मच्छरों से बचाने के लिए बार-बार जगह बदलते रहे।
यात्रियों ने जताई नाराजगी
स्थानीय यात्रियों का कहना था कि यह कोई पहली बार नहीं है जब बस स्टेशन पर बिजली गुल हुई हो। “हर बार गर्मी में यही होता है। न जनरेटर चलता है, न अधिकारी सुनते हैं। गर्मी में यहां आना सज़ा भुगतने जैसा लगता है,” एक यात्री ने गुस्से में कहा।
एक अन्य महिला यात्री ने बताया कि बच्चे के साथ घंटों इंतजार किया, मच्छर काट रहे थे, और कोई पूछने वाला नहीं। बिजली गई है, ये तो स्टेशन पर कोई मानने को तैयार ही नहीं।
प्रशासनिक लापरवाही पर उठे सवाल
सबसे बड़ी हैरानी की बात यह रही कि इतनी बड़ी समस्या होने के बावजूद कोई अधिकारी मौके पर नहीं आया और ना ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई। न तो कोई जनरेटर चालू किया गया और न ही कोई घोषणा कर यात्रियों को सूचित किया गया।
जनहित में मांग
यात्रियों और स्थानीय नागरिकों ने परिवहन विभाग से मांग की है कि बस स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थानों पर 24 घंटे बिजली व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही, मच्छरों से बचाव के लिए नियमित फॉगिंग व साफ-सफाई कराई जाए।
गर्मियों के मौसम में हजारों यात्रियों की आवाजाही वाले इस बस स्टेशन की यह हालत सवाल उठाती है कि प्रशासन कब नींद से जागेगा?
0 टिप्पणियाँ