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Hemkunt Sahib से लौटे श्रद्धालुओं का Prayagraj में Grand स्वागत |
Hemkunt Sahib से लौटे श्रद्धालुओं का Prayagraj में Grand स्वागत
(मुख्य ब्यूरो चीफ अभय कुमार सिंह)
प्रयागराज, 23 जून 2025
हिमालय की गोद में बसे पवित्र गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं का जब आज प्रयागराज आगमन हुआ, तो इलाहाबाद रेलवे स्टेशन आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर हो गया। श्रद्धालुओं की इस विशेष वापसी यात्रा पर प्रयागराज की सिख संगत ने उनका पुष्पवर्षा, भजन-कीर्तन और जयकारों के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया।
श्रद्धालुओं के स्टेशन पर पहुंचते ही वातावरण जो बोले सो निहाल - सत श्री अकाल के गगनभेदी जयकारों से गूंज उठा। गुरुओं के नाम के जयकारों से इलाहाबाद स्टेशन कुछ समय के लिए जैसे एक आध्यात्मिक धाम में परिवर्तित हो गया। भावविभोर संगत ने शब्द-कीर्तन करते हुए श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया।
उल्लेखनीय है कि हेमकुंड साहिब लगभग 15,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जहां सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने पिछले जन्म में तपस्या की थी। इस स्थान के दर्शन करना सिख श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत पुण्य और गर्व का विषय होता है।
प्रयागराज लौटने वाले जत्थे ने केवल हेमकुंड साहिब ही नहीं, बल्कि मार्ग में आने वाले कई अन्य पवित्र गुरुद्वारों के भी दर्शन किए थे। इस पवित्र यात्रा के पश्चात प्रयागराज आगमन पर संगत द्वारा जिस श्रद्धा और प्रेम से स्वागत हुआ, उसने सभी का मन जीत लिया।
इस मौके पर प्रमुख रूप से परमिंदर सिंह बंटी, दविंदर सिंह, मनजीत सिंह, सरदार पतविंदर सिंह, जत्थेदार जितेंद्र सिंह, बलजीत सिंह, मनदीप सिंह, रणजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, जसविंदर सिंह जग्गी, हरमनजीत सिंह सहित सिख समुदाय के अनेक सदस्य मौजूद रहे। सभी ने पुष्पवर्षा कर, एक-दूसरे को गले लगाकर और "वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह" कहकर श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया।
इस भावपूर्ण दृश्य ने यह सिद्ध कर दिया कि सिख पंथ में सेवा, सत्कार और संगत का स्थान सर्वोच्च है। स्टेशन पर मौजूद हर व्यक्ति इस आध्यात्मिक स्वागत से अभिभूत नजर आया।
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