प्राइमरी और जूनियर स्कूलों के विलय के विरोध में कांग्रेस सड़क पर, कहा- शिक्षा बंद, शराब चालू की नीति चला रही योगी सरकार
(ब्यूरो चीफ सुनील कुमार त्रिपाठी)
सुलतानपुर
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 50 से कम छात्रसंख्या वाले प्राथमिक और जूनियर स्कूलों को "पेयरिंग नीति" के तहत मर्ज करने के निर्णय का जोरदार विरोध शुरू हो गया है। गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ता जिले भर से जुटकर सड़क पर उतर आए और जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने किया। इस दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन एडीएम गौरव शुक्ला को सौंपा गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए और कहा कि यह फैसला गरीब, वंचित, दलित और पिछड़े वर्ग के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने की सुनियोजित साजिश है।
शिक्षा बंद, शराब चालू की नीति
जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने कहा कि-
भाजपा सरकार शिक्षा के अधिकार कानून को खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। वह चाहती है कि गरीब का बच्चा अनपढ़ रह जाए, ताकि वह कभी सवाल न कर सके। दूसरी ओर, शराब की दुकानों में बेतहाशा वृद्धि कर युवाओं को नशे की ओर धकेला जा रहा है। ये बेहद शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही शिक्षा का अधिकार कानून लागू कर कमजोर वर्ग के बच्चों को शिक्षा का अवसर दिलाया था। अब भाजपा उस नींव को तोड़ना चाहती है। कांग्रेस इसका जोरदार विरोध करेगी।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष शकील अंसारी ने कहा कि-
शिक्षा हर नागरिक का मौलिक अधिकार है। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह मुफ्त और बेहतर शिक्षा सभी को उपलब्ध कराए। लेकिन भाजपा सरकार शिक्षा से ध्यान हटाकर नशे को बढ़ावा दे रही है। हम चुप नहीं बैठेंगे।
भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महंगाई पर भी हमला
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों को भी उठाया और कहा कि भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। कांग्रेस जल्द ही पूरे जिले में व्यापक आंदोलन शुरू करेगी।
कांग्रेस का ऐलान
- शिक्षा बचाओ आंदोलन
- गांव-गांव संपर्क अभियान
- महंगाई व नशाखोरी के खिलाफ जनजागरण
- भाजपा के छात्र-युवा विरोधी फैसलों का विरोध
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