Cm Himanta Biswa Sarma में अब शांति और विकास की नई कहानी, हजारों लोग निडर होकर ले रहे हैं भाग
(रा० मुख्य ब्यूरो चीफ अभय कु० सिंह)
कोकराझार (असम)
बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन (BTR) में अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। कभी जहां भय, असुरक्षा और हिंसा के माहौल के चलते लोग घरों से निकलने में डरते थे, वहीं आज उसी ज़मीन पर हज़ारों की भीड़ राजनैतिक और सरकारी कार्यक्रमों में भाग ले रही है। मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए इस बदलाव का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को दिया।
उन्होंने कहा कि राजनैतिक कार्यक्रम हो या सरकारी, आज BTR क्षेत्र में शांति की बहाली के चलते हजारों लोग निडर होकर भाग लेते हैं। यह सब मोदी सरकार की नीतियों और हमारे साझा प्रयासों का परिणाम है। कांग्रेस के शासन में यह स्थिति केवल एक सपना थी, क्योंकि उस समय BTR असुरक्षा, अलगाव और उपेक्षा का प्रतीक बन चुका था।
मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि आज BTR में स्थायी शांति है, निवेश बढ़ा है, युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं और सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिला है। यह बदलाव दिखाता है कि जब नेतृत्व मजबूत होता है और नीयत साफ होती है, तो असंभव को भी संभव किया जा सकता है। यही कारण है
BTR में विकास की नई धारा
सरमा ने बताया कि बीते कुछ वर्षों में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार से जुड़े कई अहम कदम उठाए गए हैं। नई सड़कों का निर्माण, स्कूलों और अस्पतालों का आधुनिकीकरण, और महिलाओं को स्वरोजगार के साधन मुहैया कराना इस क्षेत्र में उम्मीद की नई किरण बनकर उभरा है।
शांति समझौते का असर
BTR क्षेत्र में शांति समझौते के बाद हिंसा की घटनाओं में भारी गिरावट दर्ज की गई है। सैकड़ों पूर्व उग्रवादियों ने मुख्यधारा में लौटकर शांति और विकास की दिशा में योगदान देना शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार केवल कानून-व्यवस्था की स्थिति को नहीं, बल्कि सामाजिक-आर्थिक विकास को भी प्राथमिकता दे रही है।
स्थानीय जनता ने भी सराहा परिवर्तन
कार्यक्रम में भाग ले रहे लोगों ने कहा कि अब BTR में डर का नहीं, भरोसे और बदलाव का माहौल है। स्थानीय युवाओं ने बताया कि पहले जहां रोज़गार के लिए पलायन करना पड़ता था, अब उन्हें अपने ही क्षेत्र में अवसर मिल रहे हैं।
निष्कर्ष
BTR में जो बदलाव आज दिख रहा है, वह केवल शासन की इच्छाशक्ति का परिणाम नहीं, बल्कि उस जनता के विश्वास और सहयोग का भी परिचायक है जो अब निडर होकर लोकतंत्र का हिस्सा बन रही है। मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि यह सब इसलिए संभव हो पाया, क्योंकि आज देश को एक ऐसा नेतृत्व मिला है जो न केवल दूरदृष्टि रखता है, बल्कि उसे ज़मीनी हकीकत में बदलने की ताकत भी रखता है।
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