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चोटी कांड पर योगी सख्त: इटावा SSP को फटकार, जातीय हिंसा पर चेतावनी

Yogi Adityanath Choti Incident Etawah SSP
चोटी कांड पर योगी सख्त: इटावा SSP को फटकार, जातीय हिंसा पर चेतावनी

चोटी कांड पर योगी सख्त: इटावा SSP को फटकार, जातीय हिंसा पर चेतावनी

(न्यूज़ संचालक बलराम सिंह)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के दादरपुर गांव में कथावाचकों के साथ जातीय आधार पर की गई अमानवीय घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाया है। इस मामले में कथावाचकों की चोटी काटने और उनके साथ मारपीट की घटना को लेकर सीएम योगी ने इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव को फटकार लगाई है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रदेश में जातीय तनाव फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और प्रशासन की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व प्रदेश में जातीय वैमनस्य भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, और ऐसी स्थिति में पुलिस की निष्क्रियता स्वीकार्य नहीं होगी। इसके साथ ही उन्होंने औरैया और कौशांबी के पुलिस अधीक्षकों को भी इस तरह के मामलों में सतर्क रहने की चेतावनी दी है।

वायरल वीडियो से उजागर हुआ मामला, चार लोग गिरफ्तार

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ा। वीडियो में कथावाचकों के साथ अपमानजनक व्यवहार और उनकी चोटी काटते हुए दिखाया गया। इससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया और स्थानीय लोगों व धार्मिक संगठनों ने तत्काल कार्रवाई की मांग की।

एसएसपी ब्रजेश श्रीवास्तव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल की मदद से जांच शुरू की गई और कथावाचकों मुकुट मणि और आचार्य संत सिंह की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने चार आरोपियों 21 वर्षीय आशीष, 19 वर्षीय उत्तम, 24 वर्षीय प्रथम उर्फ मनु, और 23 वर्षीय निक्की को गिरफ्तार किया। इनमें निक्की पर चोटी काटने का मुख्य आरोप है।

एसएसपी का बयान: घटना शर्मनाक, जांच होगी निष्पक्ष

इटावा के एसएसपी ने बताया कि यह घटना 21 जून को बकेवर थाना क्षेत्र के दादरपुर गांव में भागवत कथा के दौरान हुई। कथावाचकों को उनकी जाति को लेकर निशाना बनाया गया। कथावाचकों ने स्वयं को ब्राह्मण बताया था, जिसके बाद कुछ लोगों ने उनसे विवाद किया और मारपीट के साथ उनकी चोटी काट दी। एसएसपी ने कहा कि पीड़ितों की पहचान कर ली गई है और एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के नेतृत्व में जांच टीम गठित की गई है, जो निष्पक्ष जांच कर रही है।

क्या है चोटी कांड का पूरा मामला

21 जून को दादरपुर गांव में भागवत कथा का आयोजन हुआ था, जिसमें कथावाचक मुकुट मणि और आचार्य संत सिंह कथा सुना रहे थे। कुछ ग्रामीणों ने यह आरोप लगाकर विवाद शुरू किया कि कथावाचक ब्राह्मण नहीं हैं, फिर भी ब्राह्मण बनकर कथा सुना रहे हैं। इस बात पर विवाद बढ़ा और मामला हिंसा में बदल गया। कथावाचकों के साथ मारपीट की गई और उनकी चोटी जबरन काट दी गई। इस घटना का वीडियो किसी ने रिकॉर्ड कर लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

सीएम योगी का कड़ा संदेश

मुख्यमंत्री योगी ने चेतावनी दी कि इस तरह की घटनाएं समाज में विभाजन और अशांति पैदा करती हैं और कानून-व्यवस्था को चुनौती देती हैं। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि भविष्यमें ऐसी घटनाएँ बर्दास्त नहीं की जाएंगी और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।

इटावा की यह घटना दर्शाती है कि जातीय संकीर्णता आज भी समाज में मौजूद है। मुख्यमंत्री योगी का सख्त रुख न केवल पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह प्रशासन को भी सतर्क करने वाला संदेश है। अब यह देखना बाकी है कि इस मामले में कितनी जल्दी और प्रभावी ढंग से न्याय होता है।

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