Chief Minister Yogi Adityanath का जनता दर्शन: जनसुनवाई के ज़रिए न्याय और भरोसे की मिसाल
(रा•मुख्य ब्यूरो चीफ अभय कुo सिंह)
लखनऊ, 21 जुलाई 2025
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनता दर्शन कार्यक्रम लगातार जनसरोकारों की कसौटी पर खरा उतर रहा है। मुख्यमंत्री निवास से लेकर गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर तक हर स्थान पर यह कार्यक्रम एक सेतु बन गया है जनता और शासन के बीच विश्वास का सेतु।
सोमवार, 21 जुलाई को लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर आयोजित जनता दर्शन में प्रदेश के कई जिलों से आए नागरिकों ने अपनी समस्याएं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष रखीं। मुख्यमंत्री ने हर व्यक्ति की बात गंभीरता से सुनी और संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि शिकायतों का त्वरित और पारदर्शी समाधान सुनिश्चित किया जाए।
जनता दर्शन कार्यक्रम में आज बहराइच, सिद्धार्थनगर ,जौनपुर, गोंडा, प्रयागराज, बस्ती, और हरदोई सहित कई जिलों से आए नागरिकों ने अपनी विभिन्न समस्याएं मुख्यमंत्री के समक्ष रखीं। इन समस्याओं में ज़मीन से जुड़े विवाद, पुलिस द्वारा उत्पीड़न, पेंशन की प्रक्रिया में रुकावट, इलाज के लिए आर्थिक सहायता की आवश्यकता, रोजगार की तलाश और शिक्षा संबंधी परेशानियाँ प्रमुख रूप से सामने आईं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसमस्याओं को गंभीरता से लेते हुए कई मामलों का मौके पर ही त्वरित समाधान कराया। साथ ही, जिन मामलों के निराकरण में समय की आवश्यकता थी, उन्हें प्राथमिकता सूची में डालते हुए अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। यह कार्यक्रम जनसेवा और सुशासन की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
जनता से सीधा संवाद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह प्रयास प्रशंसनीय है कि वे जनता से सीधे संवाद करते हैं। शासन को आमजन तक ले जाने का यह तरीका उनके प्रशासनिक दृष्टिकोण को जनोन्मुखी बनाता है।
जिम्मेदार प्रशासन की मिसाल
मुख्यमंत्री ने दो टूक शब्दों में अधिकारियों को चेतावनी दी कि "हर शिकायत का समाधान समयबद्ध ढंग से हो। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।" यह रुख प्रदेश में शासन की जवाबदेही को नया आयाम देता है।
गोरखपुर में भी दिखता है समर्पण
लखनऊ के अलावा मुख्यमंत्री योगी गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर परिसर में भी जनता दर्शन आयोजित करते हैं। सुबह की पूजा-अर्चना के बाद वे आम जनता से मिलते हैं और शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई का निर्देश देते हैं। यहां तक कि वे स्वयं शिकायत पत्र लेकर संबंधित विभागों को सौंपते हैं। यह नज़ारा उन्हें एक संवेदनशील और जनप्रिय नेता के रूप में स्थापित करता है।
जनता की उम्मीद और भरोसा: मुख्यमंत्री योगी से न्याय की आस
लखनऊ के CM आवास पर आज आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग अपनी शिकायतें और समस्याएं लेकर पहुंचे। वहां मौजूद नागरिकों की आंखों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति अटूट भरोसा और न्याय की मजबूत आशा साफ दिखाई दे रही थी। हर व्यक्ति अपनी बात को बिना किसी भय के सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के लिए पूरी ईमानदारी और उम्मीद के साथ आया था। यह दृश्य दर्शाता है कि जनता अब अपनी समस्याओं के समाधान के लिए शासन से सीधे संवाद को एक सशक्त माध्यम मान रही है।
एक फरियादी ने अपनी व्यथा साझा करते हुए बताया-
मैं कई महीनों से भूमि विवाद से परेशान हूं। स्थानीय प्रशासन से बार-बार गुहार लगाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
जनता दर्शन कार्यक्रम आम लोगों के लिए न सिर्फ अपनी समस्याएं बताने का मंच है, बल्कि यह इस बात का प्रतीक भी बन चुका है कि शासन-प्रशासन अब ज़मीन से जुड़कर जनसुनवाई की परंपरा को मजबूती दे रहा है।
एक अन्य शिकायतकर्ता ने बताया कि उसकी बेटी की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता चाहिए थी। मुख्यमंत्री ने उसकी बात सुनी और फौरन सहायता उपलब्ध करवाई। ऐसे अनेक उदाहरण ‘जनता दर्शन’ को जनता के लिए एक मजबूत सहारा बनाते हैं।
योगी की कार्यशैली: सादगी, संवेदनशीलता और सक्रियता
योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली उन्हें अन्य नेताओं से अलग करती है। वे न तो दिखावे में विश्वास करते हैं, न ही जनसमस्याओं को अनदेखा करते हैं। वे हर उस व्यक्ति से मिलते हैं, जो वास्तव में परेशानी में होता है। जनता दर्शन इस बात का प्रमाण है कि जब नेतृत्व संवेदनशील हो, तो शासन की धार पैनी और असरदार बन जाती है।
लोकतंत्र की सशक्त मिसाल
योगी आदित्यनाथ का यह कार्यक्रम भारतीय लोकतंत्र की उस भावना को मजबूत करता है, जिसमें आम नागरिक भी यह महसूस करता है कि उसकी आवाज सत्ता के शीर्ष तक पहुंच सकती है। यह कार्यक्रम प्रशासनिक पारदर्शिता, जवाबदेही और संवेदनशीलता का जीता-जागता उदाहरण बन चुका है।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनता दर्शन कार्यक्रम केवल एक प्रशासनिक पहल नहीं, बल्कि लोकतंत्र में जनभागीदारी का अद्वितीय उदाहरण है। इससे न केवल जनता की समस्याएं सामने आती हैं, बल्कि उनका प्रभावी समाधान भी होता है। यह पहल उत्तर प्रदेश को एक जनोन्मुखी, पारदर्शी और संवेदनशील शासन की ओर ले जा रही है।
योगी आदित्यनाथ ने यह सिद्ध कर दिया है कि जब एक नेता जनता के करीब होता है, तब प्रशासन भी सतर्क और उत्तरदायी बनता है। जनता दर्शन उसी समर्पण और जनसेवा की भावना का नाम है, जो एक बेहतर उत्तर प्रदेश की नींव रख रहा है।
डिस्क्लेमर:
यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दर्शन कार्यक्रम पर आधारित है। इसका उद्देश्य जनहित में सूचना प्रदान करना है।
0 टिप्पणियाँ