Prime Minister Narendra Modi के ऐतिहासिक शासन पर सिख समाज ने मनाया जश्न
(डिजिटल मीडिया संपादक बलराम वर्मा)
प्रयागराज, नैनी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार सबसे लंबे शासनकाल की ऐतिहासिक उपलब्धि पर देशभर में जहां बधाई और अभिनंदन का दौर जारी है, वहीं प्रयागराज के नैनी क्षेत्र की रिफ्यूजी कॉलोनी में सिख समाज ने विशेष उत्सव के साथ यह उपलब्धि मनाई। सरदार पतविंदर सिंह के नेतृत्व में आयोजित इस आयोजन में सिख संगत के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के पोर्ट्रेट को मिष्ठान्न से स्पर्श कर भावपूर्ण श्रद्धा और आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर वक्ताओं ने मोदी सरकार की सिख समाज के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि आजादी के बाद यह पहला ऐसा दौर है जब सिख समुदाय को न सिर्फ सम्मान मिला, बल्कि उनके धार्मिक, सामाजिक और ऐतिहासिक मुद्दों पर सक्रियता से कार्य किया गया।
इतिहास रचने वाले प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने शासनकाल के 4078 दिन पूरे कर लिए, जिससे वे भारत के सबसे लंबे समय तक लगातार शासन करने वाले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री बन गए हैं। वे स्वतंत्र भारत में जन्मे पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने लगातार तीन आम चुनाव जीतकर सरकार बनाई। इसके साथ ही वे पहले ऐसे प्रधानमंत्री भी हैं जो गैर-हिंदी भाषी राज्य से आते हुए भी सर्वाधिक समय तक केंद्र की सत्ता में रहे।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने यह भी कहा कि मोदी न सिर्फ एक राजनेता हैं, बल्कि एक ऐसे जननायक हैं जिन्होंने हर वर्ग और हर धर्म के लोगों को साथ लेकर चलने की नीति पर काम किया है।
सिख समाज के लिए ऐतिहासिक निर्णय
कार्यक्रम में बोलते हुए सरदार पतविंदर सिंह ने कहा,
प्रधानमंत्री मोदी ने सिख समाज के सम्मान, सुरक्षा और गौरव को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। जो कार्य दशकों से नहीं हुए, उन्हें मोदी सरकार ने प्राथमिकता पर रखा और लागू किया।
करतारपुर साहिब कॉरिडोर का शुभारंभ, जिससे भारत के श्रद्धालुओं को बिना वीज़ा पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन का अवसर मिला।
गुरु नानक देव जी की 550वीं और गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 400वीं जयंती को सरकारी स्तर पर ऐतिहासिक ढंग से मनाया गया।
वीर बाल दिवस की घोषणा गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों के बलिदान को याद करने के लिए 26 दिसंबर को वार्षिक दिवस के रूप में घोषित किया गया।
न्याय और नागरिकता का सम्मान
ज्ञानी जसपाल सिंह और परमिंदर सिंह बंटी ने कहा कि सिख विरोधी 1984 के दंगों में न्याय की जो उम्मीदें धूमिल पड़ चुकी थीं, उनमें भाजपा सरकार ने फिर से जान फूंकी। एसआईटी के गठन से लेकर सज्जन कुमार की सजा और अब जगदीश टाइटलर पर न्यायिक प्रक्रिया तेज करना, यह सब सिख समाज को न्याय दिलाने की दिशा में साहसिक कदम हैं।
जगजीत सिंह गोल्डी ने बताया कि अफगानिस्तान से लाए गए श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों को विशेष विमान से सम्मान सहित भारत लाया गया, जो मोदी सरकार की धार्मिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साथ ही अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आए सिखों को भारतीय नागरिकता भी दी गई।
प्रधानमंत्री की व्यक्तिगत श्रद्धा
कुलदीप सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी की व्यक्तिगत आस्था का उदाहरण देते हुए बताया कि गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व पर वे स्वयं पटना साहिब पहुंचे और मत्था टेका। उस अवसर पर उन्होंने विशेष स्मारक सिक्का भी जारी किया, जो सरकार की संवेदनशीलता और श्रद्धा को दर्शाता है।
समुदाय का आभार और समर्थन
हरबंस कौर ने कहा कि मोदी युग में सिख समाज को “देखने और सुनने वाला प्रधानमंत्री” मिला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की वजह से सिख समाज का गौरव, धर्मस्थल, इतिहास और संस्कृति पुनः राष्ट्रीय पहचान पा रही है।
कार्यक्रम में उपस्थित दलजीत कौर, हरमनजीत सिंह, जसविंदर सिंह, परमजीत सिंह बग्गा समेत दर्जनों मोहल्लेवासियों ने प्रधानमंत्री मोदी को “सिख हितैषी” बताते हुए उन्हें पुनः नेतृत्व में देखने की इच्छा जाहिर की।
समापन और संकल्प
कार्यक्रम के अंत में सभी लोगों ने एक स्वर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दीर्घायु और देश की निरंतर प्रगति की कामना की। समस्त संगत ने यह संकल्प लिया कि वे सिख समाज की समृद्धि और एकता के लिए कार्य करते रहेंगे और ऐसे नेतृत्व को समर्थन देते रहेंगे जो धर्म, संस्कृति और राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने का कार्य करे।
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