Pratapgarh: Smita Thackeray का मनगढ़ धाम दौरा, तेरहवीं संस्कार और धार्मिक कार्यक्रमों में हुईं शामिल
(ब्यूरो चीफ सुनील कुमार त्रिपाठी)
प्रतापगढ़ (13 जुलाई 2025): मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता और महाराष्ट्र की जानी-मानी हस्ती स्मिता ठाकरे, जो शिवसेना के संस्थापक स्व. बालासाहेब ठाकरे की पूर्व पुत्रवधु हैं, आज प्रतापगढ़ के पवित्र मनगढ़ धाम पहुंचीं। वे श्री श्री तुलसी जी महाराज के पिताजी की तेरहवीं में शामिल होने के लिए यहां आई हैं। इस दो दिवसीय दौरे को धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
विशेष सुरक्षा के साथ पहुंचीं मनगढ़
स्मिता ठाकरे निकटतम हवाई अड्डे तक विशेष विमान से पहुंचीं और फिर सड़क मार्ग से कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच मनगढ़ धाम आईं। स्थानीय पुलिस और कुंडा कोतवाली ने सुरक्षा के लिए व्यापक व्यवस्था की। महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती और स्कॉर्ट वाहनों के साथ क्षेत्र में कड़ी निगरानी रखी गई ताकि आयोजन सुचारू रूप से संपन्न हो।
दो दिन का कार्यक्रम
उनके प्रमुख कार्यक्रम इस प्रकार हैं:
- तेरहवीं संस्कार में भागीदारी: 13 जुलाई को आयोजित तेरहवीं समारोह में स्मिता ठाकरे ने तुलसी जी महाराज के परिवार और अनुयायियों के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर देशभर से आए संत, श्रद्धालु और स्थानीय लोग शामिल हुए।
- धार्मिक स्थलों के दर्शन: वे मनगढ़ धाम के प्रमुख तीर्थ स्थलों और मंदिरों का दर्शन करेंगी। तुलसी पीठ के संतों और शिष्यों के साथ उनकी मुलाकात और चर्चा भी प्रस्तावित है।
- सामाजिक गतिविधियां: स्मिता ठाकरे अपने सामाजिक संगठन, मुक्ति फाउंडेशन, के तहत कुछ जागरूकता और समाजसेवा से जुड़े कार्यक्रमों में भी हिस्सा ले सकती हैं।
आवास और व्यवस्था
तुलसी पीठ परिसर में उनके ठहरने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, जिसमें गोपनीयता और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। आयोजकों और प्रशासन ने उनके प्रवास को आरामदायक और सुरक्षित बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
स्मिता ठाकरे के आगमन को देखते हुए मनगढ़ धाम में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया गया है। कुंडा पुलिस ने क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती बढ़ाई है, और महिला पुलिसकर्मियों की मौजूदगी से भीड़ प्रबंधन को और बेहतर बनाया गया है। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है ताकि कोई असुविधा न हो।
स्थानीय लोगों में उत्साह
स्मिता ठाकरे के दौरे से मनगढ़ धाम और आसपास के इलाकों में उत्साह का माहौल है। स्थानीय समुदाय, धार्मिक संगठन और सामाजिक संस्थाएं उनके स्वागत के लिए उत्साहित हैं। उनके सामाजिक कार्य, विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में योगदान, स्थानीय लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
स्मिता ठाकरे: सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान
पृष्ठभूमि
स्मिता ठाकरे, स्व. बालासाहेब ठाकरे के बेटे जयदेव ठाकरे की पूर्व पत्नी हैं। वे मुक्ति फाउंडेशन की संस्थापक हैं, जो शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सक्रिय है।
सामाजिक कार्य
स्मिता ठाकरे ने एचआईवी/एड्स जागरूकता, महिला सुरक्षा और ग्रामीण विकास के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। उनकी संस्था ने स्वास्थ्य शिविरों और जागरूकता अभियानों के माध्यम से हजारों लोगों को लाभ पहुंचाया है।
सांस्कृतिक योगदान
फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी स्मिता ठाकरे ने अपनी छाप छोड़ी है। उन्होंने स्व. बालासाहेब ठाकरे के जीवन पर आधारित बायोपिक साहेब का निर्माण किया। इसके अलावा, उनकी अन्य फिल्में भी सामाजिक मुद्दों को उजागर करती हैं।
राजनीतिक भूमिका
हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें चित्रपट नीति समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है, जिससे उनकी सांस्कृतिक और सामाजिक भूमिका को और बल मिला है।
निष्कर्ष
स्मिता ठाकरे का मनगढ़ धाम दौरा केवल एक धार्मिक आयोजन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उनके सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान को भी रेखांकित करता है। उनके आगमन ने मनगढ़ धाम में आध्यात्मिक और सामाजिक उत्साह को बढ़ाया है। स्थानीय समुदाय ने उनके स्वागत में गर्मजोशी दिखाई, जो उनके प्रेरणादायी नेतृत्व और समाजसेवा के प्रति समर्पण का प्रतीक है।
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