Unnao में विवाहिता की संदिग्ध मौत: ससुराल में साड़ी से लटकी मिली 23 वर्षीय खुशबू, जांच शुरू
(वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र कुमार, उन्नाव)
उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के औरास थाना क्षेत्र के नंदोली गांव में रविवार शाम एक 23 वर्षीय विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। मृतका, खुशबू सिंह, अपने ससुराल के कमरे में साड़ी से फांसी पर लटकी पाई गई। इस घटना ने महिला सुरक्षा और वैवाहिक अपराधों से जुड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना का विवरण
पुलिस और स्थानीय निवासियों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, रविवार की शाम करीब 7:30 बजे खुशबू सिंह (23), पत्नी अनुज सिंह, अपने कमरे में साड़ी के फंदे से लटकी हुई पाई गईं। जैसे ही घटना की भनक लगी, पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
घटना की जानकारी मिलने पर परिजनों और ग्रामीणों में हड़कंप मच गया।
तुरंत इसकी सूचना औरास पुलिस और खुशबू के मायके वालों को दी। खुशबू का मायका हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के गढ़ी बहरौली गांव में है। सूचना मिलते ही मृतका के भाई पुलकित सिंह, मां सरोज सिंह और अन्य परिजन रात करीब 8:30 बजे घटनास्थल पर पहुंचे। खुशबू की शादी 8 दिसंबर 2023 को अनुज सिंह, पुत्र इंद्र बहादुर सिंह, के साथ हुई थी।
दंपति का डेढ़ साल का एक बेटा भी है। ग्रामीणों और परिजनों के अनुसार, खुशबू का वैवाहिक जीवन पिछले कुछ समय से तनावपूर्ण था, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि पुलिस जांच पर निर्भर है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की सूचना मिलते ही बांगरमऊ क्षेत्राधिकारी अरविंद चौरसिया ने पुलिस टीम को मौके पर भेजा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। ससुराल पक्ष की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट बयान सामने नहीं आया है।
मायका पक्ष के आरोप
खुशबू के मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दहेज उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना की आशंका जताई है। मृतका के भाई पुलकित सिंह ने बताया कि उनकी बहन की शादी को अभी डेढ़ साल भी पूरे नहीं हुए थे, और वह अक्सर ससुराल में परेशानियों का जिक्र करती थी।
हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया कि बिना ठोस साक्ष्य और जांच के किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।
महिला सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस दुखद घटना ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा और दहेज उत्पीड़न जैसे मुद्दों को चर्चा के केंद्र में ला दिया है। समाज में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए न केवल कठोर कानूनों की जरूरत है, बल्कि सामाजिक जागरूकता और संवेदनशीलता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
विशेषज्ञों का मानना है कि वैवाहिक विवादों को समय रहते सुलझाने के लिए काउंसलिंग और सामुदायिक सहायता की व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
आगे क्या?
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी संभावित कोणों से जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर यह स्पष्ट हो पाएगा कि खुशबू की मौत आत्महत्या थी या इसके पीछे कोई अन्य कारण था।
स्थानीय लोग और मृतका के परिजन इस मामले में निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग कर रहे हैं।यह घटना न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि हमें महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों के प्रति और अधिक सजग होने की आवश्यकता है।
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