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Sardar Patvinder Singh और Jaswinder Singh Jaggi जग्गी के नेतृत्व में नैनी प्रयागराज में नशा विरोधी जागरूकता पदयात्रा |
नशा एक अभिशाप है - Sardar Patvinder Singh और Jaswinder Singh Jaggi जग्गी के नेतृत्व में नैनी प्रयागराज में नशा विरोधी जागरूकता पदयात्रा
(मुख्य ब्यूरो चीफ अभय कुमार सिंह)
नैनी, प्रयागराज - अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस विशेष रिपोर्ट
अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र द्वारा एक जन-जागरूकता पदयात्रा का आयोजन किया गया। इस अभियान की अगुवाई क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने की। हाथों में जागरूकता संदेशों वाले प्लेकार्ड और तख्तियां लिए हुए कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों की टोली ने नशा मुक्त समाज का संदेश दिया।
इस मौके पर सरदार पतविंदर सिंह ने कहा
नशा एक अभिशाप है और इस अभिशाप से हमें अपने समाज को बचाना है। जब मनुष्य ने मादक पदार्थों की खोज की, तब शायद उसने अंदाज़ा नहीं लगाया था कि एक दिन ये पदार्थ समाज के विनाश का कारण बनेंगे। शराब, कोकीन, स्मैक, तम्बाकू, भांग, गांजा जैसे नशीले तत्व आज सिर्फ स्वास्थ्य के लिए नहीं बल्कि सामाजिक और पारिवारिक जीवन के लिए भी खतरा बन चुके हैं।
उन्होंने कहा कि प्रारंभ में इन मादक पदार्थों का उपयोग खुशी या ग़म के समय किया जाता था, लेकिन आज ये आम जीवन में इस कदर घुल चुके हैं कि बच्चों, युवाओं और बुज़ुर्गों तक को अपनी गिरफ़्त में ले चुके हैं। लाखों लोग इनकी वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं, और लाखों गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं।
सरदार पतविंदर सिंह ने यह भी कहा कि कई सामाजिक संगठन, स्वयंसेवक और सरकारी प्रयास वर्षों से इस अभिशाप के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह इस मुहिम का हिस्सा बने।
जसविंदर सिंह जग्गी ने पदयात्रा के दौरान लोगों से शपथ दिलाई
हम संकल्प लेते हैं कि हम नशीले पदार्थों से दूर रहेंगे, अपने परिवार और समाज को भी इससे बचाएंगे, और नशे के विरुद्ध जन-जागरूकता फैलाते रहेंगे।
इस जन जागरूकता पदयात्रा में समाजसेवी हरमनजीत सिंह, मनोहर सिंह जग्गी, परमिंदर सिंह बंटी, सिम्मी कौर जग्गी, दलजीत कौर सहित दर्जनों स्वयंसेवक और राष्ट्रभक्तजन शामिल हुए। लोगों को पंक्तियों और नारों के ज़रिए नशे के दुष्परिणाम बताए गए।
इस अभियान का उद्देश्य केवल एक दिन की जागरूकता नहीं, बल्कि पूरे समाज में निरंतर चेतना का संचार करना था। कार्यकर्ताओं ने मोहल्लों, सड़कों, चौराहों पर जाकर जनसंपर्क किया और समझाया कि नशा केवल व्यक्ति को नहीं, एक पूरे परिवार को तोड़ देता है।
अंत में सरदार पतविंदर सिंह ने युवाओं से विशेष रूप से अपील की कि वे अपने जीवन को नशे की राह पर न ले जाएं, बल्कि एक जागरूक, स्वस्थ और उन्नत समाज के निर्माण में सहभागी बनें। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति और परंपरा में संयम और आत्मनियंत्रण को उच्च स्थान प्राप्त है उसी दिशा में आज के युवाओं को लौटने की आवश्यकता है।
संदेश स्पष्ट है जीवन को बचाना है तो नशे से दूर रहना ही होगा।
नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो -यही संदेश लेकर आज प्रयागराज की सड़कों पर गूंजा नशा विरोधी अभियान।
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