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Raja Raghuvanshi Murder Case: फरार चल रहे आठवें आरोपी लोकेन्द्र तोमर को मेघालय पुलिस ने किया गिरफ्तार

Raja Raghuvanshi Murder Lokendra Tomar Arrest

Raja Raghuvanshi Murder Case: फरार चल रहे आठवें आरोपी लोकेन्द्र तोमर को मेघालय पुलिस ने किया गिरफ्ता

(ब्यूरो रिपोर्ट: सुनील कुमार त्रिपाठी) 

मेघालय-इंदौर, 24 जून 2025

राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए सोमवार को एक और महत्वपूर्ण गिरफ्तारी की है। यह आठवीं गिरफ्तारी इस सनसनीखेज मामले में हुई है, जिसने देशभर में खासी हलचल मचाई है। पुलिस ने इस बार इंदौर के उस फ्लैट के मालिक को गिरफ्तार किया है, जहां हत्या के बाद मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी कुछ दिनों तक रुकी थी।

गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान ग्वालियर निवासी लोकेंद्र सिंह तोमर के रूप में हुई है। उस पर हत्या के बाद जरूरी सबूतों को नष्ट करने और अपराध को छिपाने में सहयोग देने का गंभीर आरोप है।

पुलिस जांच में सामने आया है कि राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम रघुवंशी मेघालय से इंदौर आई थी और कुछ दिन तक लोकेंद्र सिंह के फ्लैट में छिपकर रही थी। इसी फ्लैट में वह काला बैग भी जलाया गया, जिसमें कई अहम सबूत रखे गए थे।

पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक वी. सिम ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया-

सोमवार को राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक और आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। ग्वालियर के रहने वाले लोकेंद्र सिंह तोमर ने हत्या से जुड़े अहम सबूतों को जानबूझकर नष्ट करने में भूमिका निभाई है। अब उससे गहन पूछताछ की जा रही है ताकि हत्या की साजिश और अन्य सहयोगियों की जानकारी मिल सके।

एसपी ने यह भी संकेत दिया कि जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां संभव हैं क्योंकि सोनम रघुवंशी की गतिविधियों और उसके संपर्कों को लेकर पुलिस को कई सुराग मिले हैं। इससे पहले पुलिस ने सात अन्य लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया था, जिनमें से कई पर हत्या की साजिश रचने और अपराधियों को पनाह देने के आरोप हैं।

बताया जा रहा है कि जिस फ्लैट में सोनम रुकी थी, वह लोकेंद्र सिंह के नाम पर था और वहां उसने रुककर हत्या के बाद अपनी योजना को अंजाम देने की कोशिश की। पुलिस को शक है कि लोकेंद्र ने न सिर्फ उसे छिपने में मदद की, बल्कि साक्ष्य मिटाने में भी सक्रिय भूमिका निभाई।

राजा रघुवंशी हत्याकांड अब एक संगठित अपराध की शक्ल ले चुका है, जिसमें कई राज्यों के आरोपी शामिल हैं। पुलिस की कई टीमें इस केस की तह तक जाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं और डिजिटल सबूतों के साथ-साथ गवाहों की मदद से पूरा घटनाक्रम जोड़ा जा रहा है।

जांच अभी जारी है और पुलिस का कहना है कि जल्द ही केस की बड़ी परतें उजागर होंगी।

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