सावन के पहले सोमवार को Bhayaharan Nath Dham में उमड़ी भक्तों की भीड़, मंगलवार के मेले की भव्य तैयारी
प्रतापगढ़, 14 जुलाई 2025
ब्यूरो चीफ सुनील कुमार त्रिपाठी | वक्त का मुद्दा न्यूज़
सावन मास के पहले सोमवार को पांडवकालीन भयहरणनाथ धाम में आस्था का अनुपम सैलाब देखने को मिला। सुबह से ही मंदिर परिसर में 'हर हर महादेव' और 'बोल बम' के जयघोष गूंज रहे थे। दूर-दूर से आए कांवड़िए, गंगाजल लेकर प्रयागराज और श्रृंगवेरपुर से पैदल यात्रा कर धाम पहुंचे और भगवान शिव का जलाभिषेक कर पुण्य अर्जित किया। भक्तों की लंबी कतारें और भक्ति का उत्साह मंदिर के चारों ओर साफ झलक रहा था।
भयहरणनाथ धाम: आस्था का केंद्र
ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध भयहरणनाथ धाम सावन माह में श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन जाता है। सावन के पहले सोमवार को भक्तों की भीड़ ने मंदिर की महिमा को और बढ़ा दिया। मंगलवार को होने वाले पारंपरिक मेले की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन, पुलिस, नगर पंचायत और मंदिर प्रबंध समिति पूरी तरह सक्रिय रही।
प्रशासन की चुस्त व्यवस्था
मंगलवार के भव्य मेले को लेकर सोमवार देर शाम नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक कुमार 'मुन्ना' यादव, जेठवारा थाना प्रभारी सुभाष यादव और महासचिव समाज शेखर ने धाम परिसर का दौरा किया। उन्होंने सुरक्षा, ट्रैफिक और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने कंट्रोल रूम के माइक पर कब्जा करने की कोशिश की, लेकिन मंदिर और मेला समिति के पदाधिकारियों ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित कर अनुशासन बनाए रखा। कार्यवाहक अध्यक्ष लालजी सिंह ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर माहौल को शांत किया।
क्षेत्राधिकारी करिश्मा गुप्ता ने भी धाम का दौरा कर सुरक्षा, पार्किंग और आपातकालीन सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए।
सुबह 5 बजे खुला मंदिर, गूंजा 'हर हर महादेव'
सोमवार सुबह 5 बजे मंदिर के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा-अर्चना के साथ खोले गए। महासचिव समाज शेखर ने बताया कि प्रधान पुजारी भोला नाथ तिवारी और अन्य पुजारियों ने पारंपरिक विधियों से पूजन संपन्न किया। कपाट खुलते ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी और मंदिर परिसर शिव भक्ति के जयघोष से गूंज उठा।
वाहनों पर सख्ती, पार्किंग की व्यवस्था
श्रद्धालुओं की भीड़ और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर में वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगाई गई। कुछ भक्त मोटरसाइकिल लेकर मंदिर तक पहुंच गए थे, जिन्हें पुलिस ने सख्ती से बाहर किया। सोमवार और मंगलवार को परिसर में किसी भी वाहन को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
वाहनों के लिए वैकल्पिक पार्किंग की व्यवस्था की गई है। प्रतापगढ़ से आने वाले बड़े वाहनों के लिए मुखिया की बाग और प्रयागराज की ओर से आने वाले वाहनों के लिए दुर्गागंज की बाग को पार्किंग स्थल बनाया गया है। इन स्थानों पर बैरियर लगाए गए हैं और पुलिस बल तैनात है।
कंट्रोल रूम और निगरानी
मेले की व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए कंट्रोल रूम सक्रिय है, जिसकी जिम्मेदारी कार्यालय प्रभारी श्रीकांत मिश्रा को दी गई है। उनके नेतृत्व में मंदिर और मेला समिति के सदस्य समन्वय बनाए हुए हैं। असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे और खुफिया टीमें भी तैनात हैं।
समिति और स्थानीय नेताओं का योगदान
मंदिर प्रबंध समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष फूलचंद्र पटेल, मेला सचिव अनिल मिश्र, मंदिर सचिव मुरली पांडेय, तेज प्रताप सिंह, रामू तिवारी, अखिल प्रताप सिंह, हीरालाल, विवेक सिंह, अशोक मिश्र, भानू सिंह, राजू तिवारी, राजू मैनेजर, हरिकेश पटेल और बटुक अग्रहरि ने मेले की सफलता के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
नगर पंचायत प्रतिनिधि मुकेश सिंह ने सफाई, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था की निगरानी की। उनकी सक्रियता से मेले की व्यवस्थाएं और बेहतर हुईं।
मंगलवार को मेले की रौनक
मंगलवार को भयहरणनाथ धाम में होने वाला पारंपरिक मेला और भी भव्य होगा। जिले और आसपास के क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु, व्यापारी और पर्यटक पहुंचेंगे। प्रशासन ने सुरक्षा, ट्रैफिक, चिकित्सा, पेयजल और स्वच्छता की पुख्ता व्यवस्था की है। मंदिर समिति ने भक्तों को दर्शन में सुविधा के लिए स्वयंसेवकों की तैनाती की है।
सावन का पहला सोमवार भयहरणनाथ धाम में आस्था और भक्ति का जीवंत दृश्य प्रस्तुत कर गया। मंगलवार के मेले की तैयारियां इसे और भव्य बनाने का संकेत दे रही हैं। यह पर्व न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का भी प्रतीक है।
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